भगवान महावीर पावापुरी महोत्सव 2017


जैन धर्म के अंतिम शासन नायक 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की पांच कल्याणक बिहार प्रांत में है।जहाँ उनकी हर कल्याणक को बहुत ही धूमधाम के साथ राजकीय स्तर पर मनाया जाता है, भगवान महावीर के जन्म से लेकर निर्वाण तक की कल्याणक का खास महत्व है जिसे जानने के लिए अन्य संप्रदाय के लोगों में भी जिज्ञासा रहती है उनकी राह पर चलने को तैयार है। भगवान महावीर ने जो संदेश दिया था वो आज भी देश के साथ विदेशों मे भी अमल है, जीयो और जीने दो, अहिंसा परमो धर्म: सहित काफी अहिंसात्मक संदेश दुनिया को बताया जिसे जैन धर्म के मानने वाले लोग अमल कर रहे है।

जैसा मालूम है कि भगवान महावीर के जन्म कल्याणक को बिहार राज्य के स्तर पर दो क्षेत्रों मे मनाई जाती है वैशाली और कुण्डलपुर जिसमें बिहार सरकार का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।

विदित हो कि भगवान महावीर की निर्वाण दिवस कार्तिक अमावस्या को पड़ती है। जिस समय दीपावली होता है तो निर्वाण महोत्सव और दीपावली को एक साथ मनाया जाता है।

  वैसे ही भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव को बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी वर्षों से मनाती आ रही है जिसमें हजारों की संख्या में जैन धर्मावलंबियों का आगमन होता है तो कमिटी का तो अथक प्रयास रहता था कि श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार का परेशानी ना हो।

भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव को राजकीय के साथ राष्ट्रीय स्तर पर लोग जाने इसलिए श्री बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी हमेशा तत्पर रहती थी कि इस निर्वाण महोत्सव को एक दिन राजकीय स्तर पर मनाया जाय ताकि इस महोत्सव को राष्ट्रीय स्तर पर खुद पर खुद पहुँच जाय, और यह सपना 2016 में निर्वाण महोत्सव में आमंत्रित बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने पुरा किया, और जैन समाज के साथ इस कमिटी की मेहनत और अथक प्रयास सफल हुआ जिसकी आशा वर्षों से की जा रही थी।

अब इस पावापुरी महोत्सव से कमिटी के साथ साथ पावापुरी क्षेत्र पहुँचने वाले श्रद्धालुओं को भी किसी प्रकार की असुविधा नही होगी , सरकार का सहयोग भरपूर मिल रहा है।

विदित हो कि 2016 के निर्वाण महोत्सव में दिगम्बर जैन कोठी के मंच पर माननीय मुख्यमंत्री के स्वागत पर कमिटी के तीन सदस्यों द्वारा मंगलाचरण गीत गाया गया था जो माननीय मुख्यमंत्री महोदय को काफी पसंद आया, और वो उस मंगलाचरण गीत को अपने कर्मीयो के माध्यम से मंगवाकर साथ ले गये, उन्हें वह मंगलाचरण गीत इतना भाया कि वो पुरा भाषण उसी पर दे गयें।

तो इस वर्ष 2017 में होने वाले निर्वाण महोत्सव को भगवान महावीर पावापुरी महोत्सव का नाम दिया गया, जिससे जैन समाज के साथ स्थानीय लोगों में हर्ष की लहर है।

ऐसी संभावना जताई जा रही है इस प्रथम पावापुरी महोत्सव का उदघाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ही करेंगे। जो बहुत ही खुशी की बात होगी।

इस महोत्सव की तैयारी को लेकर कमिटी के साथ साथ जिला प्रशासन सहित राज्य प्रशासन की तैयारी जोड़ो पर है।

तरह-तरह की मैप और सुविधा  की इंतजाम की  मास्टर माइंड के तहत तैयारी की जा रही है।

यहाँ पहुँचने वाले हजारों श्रद्धालुओ की सुविधा हेतु बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी तैयारीयो में जुट गई है खाने-पीने , आने-जाने से लेकर रहने तक की सुविधा की जा रही है।

एक धार्मिक मंच को धर्म के तहत ही रखने का प्रयास किया जाएगा।

इस महोत्सव में सहयोग करने वाले सदस्यों की अहम भूमिका होती है हजारों की संख्या में पहुँचे श्रद्धालुओ की मुकमल्ल इंतजाम करना एक बड़ी चुनौती होती है।

बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के नये मानद मंत्री महोदय श्री पराग जैन जी ने अपने कार्यकाल के प्रथम वर्ष ही इस निर्वाण महोत्सव को पावापुरी महोत्सव के रूप में देने का प्रयास किया जो सफल हुआ।

इस सफल आयोजन को करने के लिए पूर्व मानद मंत्री सह उपाध्यक्ष श्री अजय कुमार जी जैन का भी अहम भूमिका रही इनके अथक प्रयास से ही यह संभव हो सका।

इस कमिटी द्वारा पूर्व से ही भगवान महावीर की निर्वाण महोत्सव बहुत ही धूमधाम के साथ राजकीय स्तर पर मनाते आ रहा था, पर अब खुशी की बात यह है कि इस महोत्सव को बिहार सरकार के ऐलान में पावापुरी महोत्सव के तर्ज पर मनाने का फैसला लिया गया।


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