अजमेर के जिनशासन क्षेत्र स्थित लाल मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी 54 फुट ऊंची भगवान शांतिनाथ की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस विशाल प्रतिमा को बनाने के लिए विशालकाय पत्थर यहां पहुंच चुका है। बृहस्पतिवार को सवा ग्यारह फीट ऊंची पदमासन प्रतिमाओं का स्थापना समारोह आचार्य वसुनंदी जी ससंघ के सानिध्य में धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ। स्थापना समारोह में प्रात: शांतिधारा, अभिषेक और विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर शांति विधान का आयोजन किया गया। मंगलाचरण और पूजन के बाद भगवान अभिनंदन नाथ, भगवान सुमतिनाथ, भगवान पदमप्रमु, भगवान सुपाश्र्वनाथ, भगवान चंद्रप्रमु, भगवान पुष्पदंत, भगवान शीतलनाथ, भगवान श्रेयांसनाथ से लेकर वास्यपूज्य भगवान तक की प्रतिमाओं को कमलाशन पर विराजित किया गया। इसके बाद आचार्यश्री ससंघ की आहारचर्या, स्वाध्याय एवं धार्मिक कक्षाएं सम्पन्न की गयी। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य वसुनंदी जी ने कहा कि जीवन गतिशील है। जिस प्रकार अंजली में रखा जल धीरे-धीरे कम होता रहता है, ठीक वैसे ही हमारा जीवन भी कम होता जा रहा है। इसी तरह मौत और वैराग्य का भी भरोसा नहीं होता। शरीर के जर्ज होने तक निर्जरा की तैयारी कर लेनी चाहिए।