सावन के अंतिम शुक्रवार को भव्य कार्यक्रम में 125 महिलाओं ने विधि विधान से लिया भाग
गुड़गांव। सावन के अंतिम शुक्रवार को भगवान महावीर पार्क में मां पद्मावती विधान व गोद भराई के कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन में 125 महिलाओं ने मां पद्मावती की गोद भराई के साथ अपने परिवार के लिए समृद्धि के लिए कामना की।
इस मौके पर अवसर मुनि महाराज विशोक सागरजी ने प्रवचन में कहा कि त्रिशुद्धि पूर्वक की गई भक्ति मुक्ति की सहयोगी होती है। मन की शुद्धि आध्यात्म की पहली आवश्यकता है। वचन शुद्धि के लिए व्याकरण की व काया शुद्धि के लिए निरोगी शरीर आवश्यक होती है।
आगे मुनिश्री ने कहा, निरोगी शरीर से ही हम व्याकरण का अभ्यास कर सकते हैं और व्याकरण का समुचित प्रयोग से ही हम आध्यात्म जगत में प्रवेश कर सकते हैं। परमात्मा की भक्ति के साथ-साथ अपने माता-पिता की सेवा करना भी परम कर्तव्य है। परमात्मा से पूर्व माता-पिता होते हैं। भगवान महावीर के देशना में सभी जीवों पर करूणा के भाव रखना परमः धर्म है।
श्रीजैन महासभा के अध्यक्ष वीके जैन व महामंत्री देवेन्द्र जैन ने बताया कि विधान की समस्त क्रियाएं हस्तिनापुर से पधारे जैन दर्शन के विद्वान पंडित नरेश कुमार शास्त्री ने विधि-विधान से करवाई।
जैन समाज के प्रवक्ता संजय जैन ने बताया कि पर्यूषण पर्व के मौके पर भगवान महावीर पार्क मंदिर में 6 सितम्बर से 15 सितम्बर 2016 तक 10 धर्मो का पूजन अत्यंत भक्ति भाव से आयोजित किया जाएगा।
इस मौके पर राजकुमार जैन, दीपक जैन, महेश जैन, नरेश जैन, पीके जैन, विनोद जैन व अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।