छत्तीसगढ़। रायपुर के एयरपोर्ट के समीप जैनम मानस भवन परिवार में नवनिर्मित भगवान धर्मनाथ जिनालय के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कोंडागांव, बस्त इलाके की भूमि गोचछा एवं कमरौद, बालोद की लब्धि संकलेचा सांसारिक मोह-माया, घर-परिवार, छोड़ संयम और तप के मार्ग पर अपना जीवन बिताने के लिए दिनांक 8 दिसम्बर 2021 को दीक्षा ग्रहण करेंगी। रविवार को राजधानी पहुंचने पर दोनों दीक्षार्थियों का जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों दीक्षार्थियों ने केशर छांटना एवं डोरा बंधन की रस्म पूरी की तथा सैकड़ों महिलाओं ने गांव सांझी मेंहदी लगाने की परम्परा निभाई।
धर्मनाथ जिनालय में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन जिनपीयूष सागर एवं अन्य साधु-साध्वियों का जोरदार जयघोष के साथ मंगल प्रवेश हुआ। मंदिर समिति के प्रवक्ता संतोष जैन ने बताया कि मंदिर निर्माण के लाभार्थी जयकुमार बैद, भारत बैद परिवार की महिलाओं ने सिर पर चांदी का कलश धारण कर जगह-जगह अक्षत, नारियल की गवली कर साधु-संतों का वंदन करते हुए मंदिर जी में प्रवेश कराया। इसके बाद राजेश एवं विमल गोलछा ने पूर्ण विधि विधान से गुरु पूजन की विधि सम्पन्न कराई।
प्राण प्रतिष्ठा में अंजन शलाका द्वारा प्राण डालने की विधि के लिए स्वर्ण थाली व शलाका बैद परिवार ने समर्पित किया। मुनिश्री सम्यकरत्न सागर ने प्रभु के गर्भ में प्रवेश के पूर्व 14 स्वप्नों की ब्याख्या करते हुए बताया कि प्रत्येक तीर्थकर की माता 14 स्वप्न देखती हैं, जो मंगलकारी व प्रभु के अवतरण का पूर्व संदेश होता है। भव्य आयोजन में आयोजन में विवेकानंद जैन, समाज से पुखराज मुणोत, मांगीलाल, सुरेश बरडिया, शंकर नगर से मनोज कोठारी, अशोक छाजेड़, भैरव सोसाइटी श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर दादाबाड़ी के अध्यक्ष संतोष बैद, ट्रस्टी नीलेश गोलछा, जय सांखला, पदम गोलछा, ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष विजय कांकरिया हेमू गोलच्छा, महिला मंडल से मंजू कोठारी आदि समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद थे।