विगत लगभग 2-3 वर्षों से पारसनाथ स्टेशन पर कुछ ट्रेनों के स्टॉपेज बन्द कर देने से सम्मेद शिखर जी की यात्रा करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। तीर्थ क्षेत्र कमेटी मुम्बई, विश्व जैन संगठन सहित कुछ संस्थाओं द्वारा इस सम्बंध में रेल विभाग का ध्यान आकर्षित किया गया। प्रयास रंग लाया और यह स्टापेज पुनः प्रारम्भ हो गए हैं।
— Sachin Jain