भोपाल। दिगंबर जैन मुनि प्रमाण सागर महाराज ने आज संघ सहित भोपाल के सरदार वल्लभ भाई पटेल पॉलिटेक्निक कॉलेज में पहुंचकर छात्रों को मोटिवेशन उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए महापुरुषों की जीवनी पढ़ें। मध्यप्रदेश फीस कमेटी के चेयरमेन कमलाकर सिंह और न्यायिक सदस्य जस्टिस आलोक वर्मा ने टैगोर हॉस्टल पहुंचकर मुनि संघ का आशीर्वाद प्राप्त किया। टैगोर हॉस्टल में मुनि संघ के सानिघ्य चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान के छठवे दिन 128 अर्घ चढ़ाए गए। इसके साथ ही भगवान आदिनाथ का मोक्षकल्याणक भी मनाया गया।
आयोजन समिति के सूत्रधार रवीन्द्र जैन पत्रकार ने बताया कि 9 दिवसीय सिद्धचक्र महामंडल विधान में भक्तों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। गुरुवार को लगभग 7 हजार से अधिक लोग इस अनुष्ठान में शामिल हुए। प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी अभय भैया, सह प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी अविनाश जी एवं अमित भैया ने मंत्रोच्चारणों के साथ आदिनाथ भगवान का अभिषेक कराया। मुनिश्री प्रमाण सागर महाराज जी ने शांतिधारा के मंत्रो का उच्चारण किया। आज विधान में आने वाली संपूर्ण दान राशि को जीवदया के कार्य के लिए समर्पित करने का संकल्प लिया। लगभग 8 से 10 लाख रुपये की राशि भोपाल के आसपास की गौ शालाओं के संचालन के लिए समर्पित की जाएगी।
अरूणिमा की कहानी पढ़ें
मुनिश्री ने पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढी के लिए अरूणिमा सिन्हा बहुत बड़ा उदाहरण है। रियल हादसे में उनके दोनों पैर कट गए थे। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और एवरेस्ट पर चढ़कर तिरंगा लहराया। उन्होंने कहा कि हौंसलों की उड़ान शरीर से नहीं संकल्प से होती है।
डीआईजी और कलेक्टर पहुंचे
भोपाल डीआईजी इरशाद वली, कलेक्टर तरूण पिथौरे और एसपी साइबर क्राइम संदेश जैन ने गुरुवार की शाम को मुनिश्री का आशीर्वाद लेने पहुंचे। इन तीनों ने भोपाल को स्वच्छ शहर बनाने, भोपाल को सुरक्षित शहर बनाने से संबंधित सवाल भी पूछे। इस अवसर पर जैन समाज ने तीनों अधिकारियों का सम्मान भी किया।
मुनि संघ पहुंचा भारत भवन
मुनि संघ गुरुवार दोपहर भारत भवन पहुंचा, जहां भारत भवन के प्रशासकीय अधिकारी प्रेमशंकर शुक्ला ने संतों की अगवानी की। मुनि संघ ने भारत भवन की विभिन्न दीर्घाओं का अवलोकन किया। प्रेमशंकर शुक्ला ने भारत भवन के इतिहास और वहां की गतिविधियों के बारे में संतों को जानकारी दी।
– रवीन्द्र जैन पत्रकार