भगवान महावीर के मोक्ष कल्याणक पर सोशल मीडिया पर ये फोटो बहुत वायरल हो रही है, जानिए ये कहाँ की है और इसे किसने बनाया


नालंदा जिला मुख्यालय से क़रीब 11 किलोमीटर दूर जैन धर्मावलंबियों के आस्था का केंद्र पावापुरी में पवित्र जल मंदिर स्थित है। भगवान महावीर को यहीं से मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। हर साल दिवाली पर जल मंदिर की अहमियत और ज्यादा बढ़ जाती है। ग़ौरतलब है कि इस साल दिवाली के मौके पर भगवान महावीर का 2549वां निर्वाण दिवस है। इस खास मौके पर बेहतरीन आयोजन कर मंदिर में खास पूजा-अर्चना की जा रही है। आपको बता दें कि इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी श्वेतांबर और दिगंबर जैन अनुयायी आयोजन में शिरकत करते हैं।

निर्वाण महोत्सव के मद्देनज़र पावापुरी में दिवाली मेले का भी आयोजन होता है। इस दौरान काफी तादाद में जैन श्रद्धालु रथ यात्रा में शिरकत करते हैं। इस दौरान पावापुरी के विभिन्न जैन मंदिरों में चांदी के रथ पर भगवान महावीर को भ्रमण कराया जाता है। रथ यात्रा खत्म होने के बाद जल मंदिर (पावापुरी निर्वाण स्थान) में पूजा-अर्चना की जाती है। चारों तरफ जल और बीच में पावापुरी मंदिर की भव्यता देखने काफी दूर-दूर से लोग पहुंते हैं।

इसी अवसर पर पावापुरी महोत्सव में मशहूर सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने अपनी कला का शानदार नज़ारा पेश किया। पंडाल में बने मुख्य सांस्कृतिक मंच के सामने उन्होंने बालू पर भगवान महावीर का विशाल आकृति बनाई। इसके साथ ही अहिंसा परमो धर्म का संदेश भी लोगों को दिया। सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र की अद्भुत कलाकारी महोत्सव में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। आपको बता दें कि बालू पर बनाई गई कलाकृति भगवान महावीर की है। महोत्सव में आए हुए जैन श्रद्धालु और आम नागरिक सैंड आर्टिस्ट की काफी तारीफ कर रहे हैं। गौरतलब है कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सवों में बिहार का इंटरनेशनल लेवल पर परचम लहरा चुके हैं, उन्हे कई अवार्ड्स से सम्मानित भी किया जा चुका है।


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