बाड़मेर। राजस्थान में जैन धर्म के अतिशय क्षेत्र एवं अति प्राचीन जैन मंदिर बहुतायत संख्या में हैं, जिनके दर्शन करने लोग पूरे देश से पहुंचते हैं। ऐसा ही एक जैन तीर्थ राजस्थान में बाड़मेर के कुशल वाटिका में है। ये तीर्थ पूरे विश्व में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। इस तीर्थक्षेत्र पर 24वें तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी की अष्टधातु की सबसे ऊंची प्रतिमा (152 फीट) की लगने जा रही है। यह प्रतिमा मनोहारी और इतनी ऊंची होगी कि इसे तीर्थक्षेत्र से 20 किमी दूर से भी नजर आएगी।
यह प्रतिमा 5 मंजिला आधार पर स्थापित की जाएगी, जिसका निर्माण कार्य बहुत तेज गति से चल रहा है। बता दें कि भारत-पाकिस्तान की सरहद पर वर्ष 2013 में बसा यह तीर्थक्षेत्र 150 बीघा जमीन पर स्थापित किया गया है। प्रतिमा की स्थापना वाले स्थान की नींव आचार्य मणिप्रभ सागर जी ने रखी थी। उनके अनुसार प्रतिमा का कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इस तीर्थक्षेत्र में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण पहुंचते हैं। इसमें नवग्रह मंदिर और दादा गुरुदेव मंदिर के साथ संग्रहालय, वाचनालय, जिनालय के साथ दादाबाड़ी का निर्माण कार्य जोरों पर है।