इंदौर। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने बुधवार को प्रवचन में कहा कि मांसाहार की जो वृद्धि हुई है, उसी से कोरोना की महामारी फैली है। उन्होंने नेपाल का उदाहरण देते हुए कहा कि तीन-चार साल पहले वहां एक लाख गोधन एकत्रित कर वध कर दिया था। इसी दौरान नेपाल भूकंप आया तो सभी ने प्रतिज्ञा ली कि वो कभी गोवध का यज्ञ नहीं करेंगे। इसका इलाज खोजने में सभी राष्ट्र लगे हैं, लेकिन अब तक किसी को सफलता नहीं मिली। हम क्या खा रहे हैं, इसके बारेे में हमें सोचना है कि इससे क्या मिलेगा। बुधवार से आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन सुबह मांगलिक क्रिया के समय बंद कर दिए हैं। जिस परिवार को आहार का सौभाग्य मिलेगा वही पर पाद प्रक्षालन होगा।
— अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी