राजस्थान के बिजौलिया नगर में जैन धर्म के 23वें तीर्थकर भगवान पार्श्वनाथ तपोदयतीर्थ पर 161 फुट ऊंचे शिखर वाले भव्य जिनालय का काम जोरों से चल रहा है। इसके लिए मूल नायक भगवान पार्श्वनाथ की 27 फुट ऊंची मनोहारी प्रतिमा करौली के गुलाबी पत्थर से निर्मित हो रही है, जिसका काम अंतिम चरण की ओर है। लगभग 6 माह से मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इस निर्माण में लगभग 25 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। जैन समाज के विकास पटवारी के अनुसार मंदिर शिखर की ऊंचाई 161 फुट होगी। मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा 27 फुट लंबी और 12 फुट चौडी है। आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रेरणा से बन रहे तपोदयतीर्थ मंदिर को पांच श्रृंगार चौकियों से युक्त बनाया जा रहा है। कोटा के समाजसेवी कैलाशचंद्र सरार्फ के सहयोग से बन रहे मंदिर में काम लिए जाने वाले पत्थर जयपुर, करौली से ही डिजायन करवाकर मंगवाये जा रहे हैं। आशा की जा रही है कि वर्ष 2018 की शुरूआत में मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है।