ढ़ाका, बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका में हुए आतंकवादी हमले में तारिषि जैन सहित 20 निदरेष लोगों को मौत के घाट उतारने वाले संदिग्ध आतंकवादी में से एक 21 वर्षीय रोहान इम्तियाज के पिता ने तारिषि जैन के माता-पिता से माफी मांगी है। ये कैसा खूनी खेल है कि जिसमें कुरान की आयतें न सुनाने पर 20 लोगों को बेवजह जान से हाथ धोना पड़ा। ऐसा किसी धर्म में नहीं कहा गया है कि यदि किसी दूसरे धर्म के बारे में जानकारी नहीं है तो उसे मार दिया जाए। इससे साफ है कि आतंकवाद का कोई धर्म, कोई जाति नहीं होती।
संदिग्ध आतंकवादी रोहान के पिता इम्तियाज खान बाबुल ने कहा कि एक भारतीय लड़की इस हमले में मारी गई है। मैं केवल भारत और इस लड़की के माता-पिता से माफी ही मांगकर यही कह सकता हूं कि मेरे पास माफी मांगने के लिए शब्द ही नहीं हैं। बांग्लेदाश में सत्तारुढ़ अवामी लीग के नेते ने कहा कि उन्हें यह जानकर गहरा धक्का लगा कि संदिग्ध आतंकियों में से एक उनका बेटा रोहान भी था। पिता के अनुसार उनका बेटा गणित और अपनी कक्षा का टॉपर छात्र था।
इम्तियाज खान ने कहा कि आईएसआईएस द्वारा जारी किये गये फोटो से अपने बेटे को पहचाना और मुझे गहरा धक्का लगा। उन्होंने यह भी बताया कि रोहान पिछले दिसम्बर से घर छोड़कर चला गया था और ढ़ाका के कैफे के आतंकी हमले तक उसे कभी नहीं देखा गया। ढ़ाका में हुए आतंकी हमले में मारे गये लोगों में अमेरिका में पढ़ाई कर रही भारतीय छात्र तारिषि जैन भी थी, जो अपने पिता से मिलने वहां ढाका गई थी। तारिषि का सोमवार गुड़गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
— नीरज जैन (Special correspondent Team Jain24.com)