आर्थिक तंगी से जूझ रहे कपड़ा व्यापारी सुशांत जैन ने लगाई फांसी- जैन समाज के लिए विचारणीय


भिलाई। दुर्ग कोतवाली थाना क्षेत्र के बैगा पारा गोवर्धन चौक निवासी कपड़ा व्यापारी 33 वर्षीय सुशांत जैन ने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश घर के किचन में फंदे पर लटकती मिली। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को नीचे उतारा। इसके बाद पंचनामा की कार्रवाई कर शव को पीएम के लिए भेजा गया।

बताया जा रहा है कि ठीक से व्यापार न चलने के कारण मृतक सुशांत आर्थिक तंगी से गुजर रहा था । कुछ दिनों से सुशांत गुमसुम सा रहता था। सोमवार दोपहर उसकी लाश घर के किचन में फंदे पर झूलती हुई देखी गई। घर में कोई नहीं था। दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई और शव को नीचे उतारा। कमरे की पूरी तलाशी ली गई, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

जैन समाज में ऐसी अनहोनी घटनाओं का होना बेहद पीड़ादायक और दिल को अंदर तक दहला देने वाला है। हमारे जैन  समाज में ज्यादातर परिवार आर्थक रूप से बेहद समृद्ध और खुशहाल जीवन जी रहे हैं किंतु कुछ ही संख्या में ऐसे लोग भी समाज में हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। समाज में बड़े-बड़े धार्मिक आयोजनों होते हैं, जिसमें लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिए जाते हैं, अनेक धार्मिक आयोजनों में बडी़-बड़ी बोली ली जाती हैं किंतु ऐसी घटनाएं समाज को सोचने पर मजबूर करती हैं कि हमारे समृद्ध समाज में ऐसे भी कुछ ही लोग हैं, जो बेहद पीड़ा में और आर्थिक रूप से अक्षम हैं। समाज को ऐसे लोगों/परिवारों के कुशलता पूर्वक जीवन-यापन चल सके इस और भी प्रयास करना चाहिए ताकि समाज में ऐसी अनहोनी घटनाएं न हों और आपके द्वारा दी गई आर्थिक मदद उनके जीवन-यापन में मददगार हो सके।

— निशेष जैन


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