झांसी के करगुवांजी में जैन समाज के प्रचलित तीर्थ भगवान महावीर करुणास्थली जैन मन्दिर से अष्टधातु की (सिद्ध परमेष्ठि व महावीर भगवान) मूर्तियां, सिंहासन , छत्र, पंचमेरू, अष्ट प्रातिहार्य सहित गुरुवार रात्रि लगभग 1 बजे चोरी हो गई। बदमाश शटर तोड़कर मंदिर के अंदर घुसे। आवाज सुनकर माली जाग गया। तब तक वे सामान लेकर भाग गया। घटना के बाद जैन समाज में भारी रोष है। पुलिस की 3 टीमें जांच पड़ताल में लगी हैं। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से फिंगरप्रिंट और अन्य सबूत जुटाए हैं।
करगुवांजी में पहाड़ी पर भगवान महावीर स्वामी करुणा स्थली जैन मंदिर बना है। यहां पर उन्नाव बालाजी निवासी हरप्रसाद कुशवाहा केयर टेकर है। वे पत्नी पार्वती और बेटे नारायण के साथ मंदिर में ही रहते हैं। दूसरे कमरे में पुजारी शिखर चंद्र जैन रहते हैं। नारायण ने बताया कि 15 अगस्त की रात को पिता हरप्रसाद मंदिर के सामने सो रहे थे।
रात लगभग 12 बजे बारिश हुई तो वह मंदिर से नीचे आ गए। रात करीब 1:45 बजे मां पार्वती बाथरूम के लिए जगी तो उनको कुछ गिरने की आवाज सुनाई दी। तब पिता ऊपर गए तो एक बदमाश भागते हुए दिखाई दिया।
नारायण ने आगे बताया कि बदमाश मंदिर में पीछे वाले पहाड़ी के रास्ते से आए थे। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे भी घुमा दिए। इसके बाद शटर तोड़कर मंदिर के अंदर दाखिल हो गए। चोरी करके बदमाश उसी रास्ते से भाग गए। श्रीदिंगबर जैन पंचायत समिति के महामंत्री कमल जैन और मंत्री भागचंद जैन ने बताया कि बदमाश मंदिर के अंदर से भगवान महावीर और सिद्ध भगवान की अष्टधातु की बेशकीमती दो मूर्तियां, दो किलो चांदी के छत्र और अन्य सामान चुराकर ले गए। दोनों मूर्ति 9-9 इंच लंबी और 5 किलो से ज्यादा वजनी थी।
मंदिर के मंत्री राजकुमार जैन की तहरीर पर नवाबाद पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया है। दो साल पहले भी बदमाश इसी मंदिर से दानपत्र चुराकर ले गए थे। घटना से जैन समाज में रोष है।