भगवान पार्श्वनाथ की मोक्ष स्थली तीर्थराज सम्मेद शिखरजी पारसनाथ की पवित्र भूमि पर देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया है। अवसर है 11 अगस्त को जैन समुदाय के महान पर्व, मोक्ष कल्याणक दिवस का। इस दिन 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक दिवस को धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें पूरे विश्व से आए श्रद्धालुओं का जुटान होगा।
इस मौके पर जैन श्रद्धालु पारसनाथ पर्वत की चोटी पर स्थित भगवान पार्श्वनाथ के स्वर्णभद्र टोंक पर निर्वाण लड्डू चढ़ाकर विधिवत पूजा-पाठ करते हैं। इसे लेकर 10 अगस्त की रात्रि दस बजे से ही हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालु पवित्रता के साथ पर्वत की पैदल यात्रा प्रारंभ कर देते हैं।
भारत वर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जम्बू प्रसाद जैन ने बताया कि 30 से 35 हजार जैन श्रद्धालु इस मोक्ष दिवस के अवसर पर शिखरजी पहुंचे हैं। 11 अगस्त को प्रातः 5 बजे ढोल-नगाड़ों के साथ सैकड़ों श्रद्धालु नाचते-गाते हुए, माथे पर भगवान की प्रतिमा रखकर, 9 किलोमीटर की कठिन यात्रा कर भगवान के स्वर्णभद्र टोंक पहुंचकर भक्ति-भावना पूर्वक निर्वाण लड्डू चढ़ाएंगे और फिर वहां से पैदल यात्रा करते हुए नीचे उतरेंगे।
तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तीर्थ क्षेत्र कमेटी द्वारा पर्वत के विभिन्न स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। साथ ही पर्वत के वंदना मार्ग में सफाई अभियान चलाया गया है। वहीं पर्वत की यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को तीर्थक्षेत्र कमेटी द्वारा एक धोती, दुपट्टा और कलश प्रदान किया जाएगा, जिससे वे शुद्धता पूर्वक भगवान का अभिषेक और पूजा कर सकें। इतना ही नहीं, साधु-संतों के पावन सानिध्य में मोक्ष कल्याणक दिवस पर भक्ति-पूजन का आयोजन नीचे बीसपंथी कोठी के मंदिरजी में किया गया है। पर्वत के वंदना पथ में देश के विभिन्न ट्रस्टों द्वारा चाय-नाश्ता आदि की व्यवस्था की गई है।
ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटा प्रशासन
मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी चाक-चौबंद व्यवस्था में जुट गया है। मधुबन की ट्रैफिक व्यवस्था को वन-वे कर दिया गया है, और जगह-जगह बेवजह खड़े वाहनों को हटाया जा रहा है। मधुबन थाना प्रभारी जगरनाथ पान, पुलिस बल के साथ विधि-व्यवस्था पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। प्रभारी ने बताया कि मोक्ष सप्तमी को शांतिपूर्वक मनाए जाने के लिए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह तैयार है।