विश्वशांति के लिए जैन श्रद्धालुओं ने किया शांतिनाथ विधान, मंत्रोच्चारण से गुंजायमान रहा वातावरण।


पटना सिटी: पवित्र श्रावण माह के अवसर पर लंगूर गली स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन गुरारा मंदिर में रविवार को विश्वशांति के लिए भगवान शांतिनाथ विधान का आयोजन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान के दौरान जिनमंदिर में मंत्रोच्चारण के साथ भक्ति-संगीत के सुर गूंजते रहे। कार्यक्रम स्थल पर शांतिनाथ भगवान के जयकारों से वातावरण गुंजायमान होता रहा।

प्रातः 6:30 बजे से शुरू हुई इस विशेष अनुष्ठान में मंगलाचरण पाठ के साथ जिनेन्द्र भगवान का मंगल अभिषेक व शांतिधारा पाठ जैन श्रद्धालुओं ने किया। तत्पश्चात विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना के साथ शांतिनाथ विधान कर विश्वशांति एवं सद्भावना के लिए मंगल कामना की गई। श्री शांतिनाथ विधान में श्रद्धालुओं ने जगत कल्याण की भावना से मंत्रोच्चारणपूर्वक 120 अर्घ्य समर्पित कर प्रभु की आराधना की।

मीडिया प्रतिनिधि प्रवीण जैन ने बताया कि इष्ट वियोग अनिष्ट संयोग आदि असादा कर्मोदय के निमित्त से जीवन में आने वाले दुखों से शांति पाने के लिए यह शांतिविधान किया जाता है। यह विधान सर्व विघ्न का नाश करने वाला, आत्मशांति का दाता और भव्य जीवों को मुक्ति प्रदाता है।

कार्यक्रम में जैन धर्मावलम्बियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। मधुर भजनों की ध्वनि पर श्रद्धालुओं ने भक्ति-नृत्य किया। इसके पश्चात महाआरती का आयोजन किया गया।

— प्रवीण जैन (पटना)


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