गाजियाबाद। श्री दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र ऋषभांचल, गाजियाबाद में ‘जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश समीक्षात्मक अभिव्यक्ति’ पर आयोजित संगोष्ठी में डॉ . जयकुमार जी जैन , मुजफ्फरनगर, प्रो . श्रीयांश जी सिंघई जयपुर ,प्रतिष्ठाचार्य ब्र. जयनिशांत जी जैन , टीकमगढ़ , डॉ . नरेन्द्रकुमार जैन जी , टीकमगढ (संयोजक), प्रो . वीरसागर जैन , दिल्ली, प्रो . अनेकान्त जैन जी , दिल्ली, डॉ . सुनील संचय , ललितपुर आदि विद्वानों की सहभागिता रही।
अध्यक्षता डॉ . जयकुमार जी जैन , मुजफ्फरनगर ने की, संचालन डॉ. नरेन्द्र कुमार जी (गाजियाबाद) टीकमगढ़ ने किया तथा आभार प्रदर्शन ऋषभांचल के कार्याध्यक्ष श्री जीवेंद्र जैन ने किया। ऋषभांचल तीर्थक्षेत्र के पदाधिकारियों द्वारा सभी विद्वानों का सम्मान किया गया। माँ श्री कौशल ने अपने उदबोधन में जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश के संपादन, लेखन से जुड़े कई ऐतिहासिक तथ्यों पर प्रकाश डाला गया। अनेक नवीन तथ्य भी उन्होंने उदघाटित किए।
वक्ताओं ने कहा कि पूज्य क्षुल्लक जिनेन्द्र वर्णी जी द्वारा अथक श्रम पूर्वक तैयार किए गए जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश में माँ श्री कौशल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। संगोष्ठी के आरंभ में प्रो. वीर सागर जी दिल्ली ने मंगलाचरण किया एवं संगोष्ठी में उपस्थित विद्वानों ने दीप प्रज्वलन किया।
— डॉ. सुनील जैन संचय,