देश के झारखंड राज्य स्थित 20 जैन तीर्थकरों की मोक्ष स्थली परम पावन सिद्धक्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी की पावनता और पवित्रता को बचाने के लिए दिनांक 26 मार्च, 2022 को पूर्वा. 11.00 बजे देशव्यापी विरोध प्रदशर्न का आयोजन दिल्ली के जंतर-मंतर कर रखा गया है। बता दें कि केंद्र सरकार एवं झारखंड सरकार की लापरवाहवश केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी कर झारखंड के मधुबन में श्री सम्मेद शिखर जी पवित्रता को खत्म कर इसे पारसनाथ वन्य जीवन अभ्यारण घोषित कर पूरे शिखर पर गैर धार्मिंक गतिविधियों एवं पर्यावरण पर्यटन स्थल घोषित किया गया है।
उपेक्षित अल्पसंख्यक जैन समाज के सर्वोच्च सिद्धक्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी की पवित्रता बनाये रखने एवं उसके संरक्षण हेतु पर्वत सहित पूरे मधुबन क्षेत्र को मांस-मदिरा की बिक्री मुक्त कर जैन तीर्थस्थल घोषित कराने, अतिक्रमण व अभक्ष्य सामिग्री की पूरे वंदना मार्ग पर बिक्री पर रोक लगाने, यात्री पंजीकरण और स्थायी सीआरपीएफ तैनाती के साथ बैरियल व स्कैनर से सामान की जांच करने आदि जैसी बुनियादी मांगों को मनवाने हेतु केंद्र और झारखंड सरकार को 27 जनवरी, 2022, 11 व 17 मार्च, 2022 को भी याचिका भेजी गयी थी, जिस पर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है ।
जैन समाज के लोगों के लिए श्री सम्मेद शिखर (मधुबन) एक अटूट श्रद्धाभक्ति का केंद्र है। अत: पूरे समाज का यह कर्तव्य है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित होकर आयोजन को सफल बनाएं एवं समाज की मांग केंद्र एवं झारखंड सरकार तक पहुंचाने में सहायक बने।