राजस्थान के बीकानेर में जैन श्वेताम्बर खरतगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वी शशिप्रभा ने सानिध्य में नवाह्न यात्रा के तहत शनिवार को बैंड-बाजों के साथ विशाल जलूस के रूप में साध्वीवृंद एवं श्राविकाओं ने 5 शताब्दी से अधिक अति प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर सहित अन्य जैन मंदिरों के चैत्यवंदन एवं दर्शन किए। साध्वीवृंद ने ने भांडाशाह जैन मंदिर का 25 लाख रुपये की लागत से हुए जीर्णोद्वार एवं नवीनीकरण के कायरे पर संतोष जताते हुए कहा कि मंदिर हमारी धरोहर हैं, इनके संरक्षण, संवर्धन का दायित्व भी सभी श्रावक-श्राविकाओं का है। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि श्रीसंघ के सहयोग से पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मंदिर के धार्मिक एवं कलातमक वैभव को पुन: जीवन्त करने के लिए दीवारों पर लगे भित्ति चित्र, प्रतिमाओं का नवीनीकरण करवाया गया है। लगभग दो वर्षो तक पुश्तैनी कलाकारों द्वारा इस कार्य को अति विशिष्टा के साथ पूर्ण किया गया है।