संघर्षों के बीच संस्कारों को सुरक्षित रखें -आचार्य विनिश्चयसागर


भिण्ड (मनोज नायक) संघर्ष तो सबके जीवन में होता है, लेकिन सफल वो ही लोग होते है जो संघर्षों के बीच अपने संस्कार सुरक्षित रखे रहते हैं । उनका जीवन ही जीवन कहला पाता है और ऊंचाइयों तक पहुंच पाते हैं । उक्त विचार बाक्केशरी आचार्य श्री विनिश्चयसागर महाराज ने ऋषभ सत्संग भवन में नगर के गौरव साधु -साध्वियों के परिजनों के सम्मान समारोह में व्यक्त किए ।

भिण्ड नगर के गौरव साधु साध्वियों के परिजनों के सम्मान समारोह के दौरान पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री ने कहा कि ये बहुमान हैं उन साधकों के प्रति और गौरव है उनके परिवारीजन का, जो उनके संस्कार आज उन्हें साधना के शिखर पर पहुंचा दिया है ।

परम पूज्य आचार्य श्री विनिश्चय सागर महाराज के पावन सान्निध्य में मुख्य सम्मानकर्ता संजय जैन टीपू ने माला, शॉल, श्रीफल, जिनवाणी और अन्य सामग्री देकर उनका मान बढ़ाया । समाधिस्थ क्षुल्लिका विदर्भश्री माताजी स्व. श्री रूपचंद जैन के सुपुत्र संजय जैन टीपू, दुवेश जैन संजय ज्वेलर्स ने नगर के सभी साधु साध्वियों के परिजनों का सम्मान किया ।
आचार्य श्री के चतुर्मास के दौरान भिंड नगर के विभिन्न जिनालयों में महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम में आज श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर देव नगर कॉलोनी कुआ वाले में आचार्य श्री विनिश्चय सागर महाराज ससंघ सान्निध्य में मूलनायक श्री आदिनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक व शांतिधारा का कार्यक्रम बालकों द्वारा किया गया ।


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