पावापुरी महोत्सव-सह-निर्वाणोत्सव की तैयारी को दिया जा रहा है अंतिम रूप


अहिंसा एवं शांति के विश्व उद्घोषक जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के 2543वें निर्वाण महोत्सव के आयोजन को लेकर सभी तैयारियाँ अब अपने अंतिम चरण में है.
भगवान महावीर की निर्वाण स्थली पावापुरी (नालंदा) में आयोजित इस पावन कार्यक्रम की सफलता की तैयारी के लिए प्रबंध समिति जोर- शोर से जुटी हुई है. आयोजन को व्यापक एवं आकर्षक स्वरूप देने के साथ ही देश-विदेश के पर्यटकों को इस पावन धरती की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से बिहार सरकार द्वारा “भगवान महावीर निर्वाणोत्सव” को “पावापुरी महोत्सव” का राजकीय स्वरूप प्रदान किये जाने के निर्णय से जैन समाज आह्लादित है, जबकि राज्य सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस महोत्सव की सफलता के लिए नालंदा के जिलाधिकारी अनुपम कुमार के नेतृत्व में प्रशासनिक पदाधिकारियों ने सरकार के निर्देशों के अनुरूप अपनी पूरी ताक़त झोंक रखी है.
“पावापुरी महोत्सव” का आयोजन आगामी 17 एवं 18 अक्टूबर को होगा, जिसका आगाज़ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों व विभिन्न गणमान्य नागरिकों के साथ ही देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से आए जैन धर्मावलम्बियों की सक्रिय उपस्थिति में करेंगे. इस दौरान पर्यटक जहाँ कई लब्ध प्रतिष्ठित गायकों की गायकी का आनंद लेंगे, वहीं विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौक़ा मिलेगा.
कार्यक्रम के अंतिम दिन बिहार प्रादेशिक दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी द्वारा आयोजित “निर्वाणोत्सव” के अवसर पर आगामी 19 अक्टूबर को श्रद्धालु पावापुरी स्थित जल मंदिर व कार्यालय मंदिर में अहिंसा के अवतार भगवान महावीर के चरणों में निर्वाण लाडू समर्पित करेंगे, जबकि इस अवसर पर परम्परा के अनुरूप भव्य रथ यात्रा भी निकाली जाएगी.
तैयारी को अंतिम रूप देने में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही प्रबंधक अरूण जैन, संदीप जैन व विमल जैन सहित कमिटी से जुड़े प्रतिनिधिगण अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं.
– दीपक जैन,पत्रकार

  (पावापुरी/नालंदा)

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