पाकिस्तान के लाहौर में बन रहे मेट्रो प्राजेक्ट के लिए प्राचीन जैन मंदिर तोड़ने पर विवाद बढ़ गया है। पंजाब प्रांत के विपक्ष के नेता महमूद उद रशीद ने जैन मंदिर गिराये जाने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि सरकार को जैन मंदिर गिराने की जरूरत क्यों पड़ी? उन्होंने इस मामले की जांच करवाने की मांग की है। ज्ञातव्य हो कि बुधवार को पाकिस्तान अधिकृत पंजाब की सरकार ने ओरेंज मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए जैन मंदिर को गिराये जाने का आदेश दिया था। इसके अलावा मंदिर परिसर के नजदीक बने महाराजा बिल्डिंग और कपूरथला हाउस को भी सरकार के आदेश के बाद गिरा दिया गया। रशीद ने कहा कि मेट्रो प्रोजेक्ट जरूरी है किंतु इसके लिए ऐतिहासिक धरोहरों को बचाना भी सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मंदिर को बचाने के लिए मेट्रो रूट में परिवर्तन किया जा सकता था या फिर सुरंग बनायी जा सकती थी, जिससे ऐसिहासिक इमारतें बच सकती थी किंतु सरकार ने इनके सुझावों को दरकिनार कर दिया। मंदिर तोड़े जाने की खबर समाचार चैनलों पर आने के बाद राज्य की कई विपक्षी पार्टियों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।