जयपुर 3 मार्च। दिगंबर जैन मंदिर महारानी फार्म ,गायत्री नगर में 3 मार्च को प्रात: 7:30 बजे से आयोजित सिद्धचक्र महामंडल विधान के अवसर पर सिद्धों की आराधना के पांचवें दिन परमेष्ठी अरिहंत ,सिद्ध वआचार्यों के गुणों से संबंधित 300 अर्घ्य समर्पित किए ।
मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कैलाश छाबडा ने अवगत कराया कि मूलनायक बेदी पर श्री जी के प्रथम अभिषेक शांतिधारा मुकेश पांडया व संतोष गंगवाल ने किये। तत्पश्चात सिद्धचक्र महामंडल पंडाल में अभिषेक शांतिधारा सोधर्म इद्र उदयभान जैन, चक्रवर्ती राजेश गोधा, सतार इंद्र कैलाश छाबड़ा ,आणत इन्द्र पदम पांड्या, प्राणत इंद्र बसंत बाकलीवाल व सभी इंद्रों ने अभिषेक व शांति धारा की।
राजेश बोहरा मंत्री मंदिर प्रबंध समिति के अनुसार सिद्धचक्र महामंडल विधान में प्रदुम्न शास्त्री जी के निर्देशन में, संगीतकार अविनाश एवं समाज सेविका सुनंदा अजमेरा की मधुर आवाज में 300 अर्घ्य सोधर्म इद्र — इंद्राणी उदयभान जैन- अनिता बड़जात्या ,कुबेर इन्द्र मुकेश -संगीता सोगानी, महायज्ञ नायक अनिल अमिता गोधा, चक्रवर्ती प्रदीप संगीता बाकलीवाल, द्रव्य पुण्यार्जक परिवार पन्नालाल सोनी, मूलचंद छाबडा, निर्मल रश्मि तोतूका, दीपक बिलाला, राकेश पाटोदी अशोक बिलाला, अशोक विमला, विमल विला वाले, प्रकाश बड़जात्या, सारसमल झांझरी, धूपचंद शाह, माणकचंद शाह ,निर्मल सोगानी ,सुनील सोगानी, सुनील रावका आदि इंद्रों ने भक्ति के साथ मंडप पर अर्घ्य समर्पित किये।
मंदिर प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष अरुण शाह ने अवगत कराया चक्रवर्ती राजेश संगीता गोधा ने यंत्र पर अभिषेक व जल समर्पित किया। सांय महा आरती के पश्चात प्रवचन हुआ, प्रदुमन शास्त्री जी ने परमेष्ठीयों के गुणों का विस्तृत रूप से विवेचन किया, प्रशन मंच हुआ प्रश्न मंच के पुण्यार्जक सुशीला काला परिवार परिवार थे।