इंदौर। दिगंबर जैन समाज 4 जून को ज्ञान की आराधना एवं दुर्लभ जैन शास्त्रों की रक्षा का महापर्व श्रुत पंचमी मनाएगा। इस दिन नगर के अधिकांश जैन मंदिरों में श्रुत पंचमी पूजन, जैन ग्रंथों की पालकी यात्रा एवं मंदिरों में उपलब्ध दुर्लभ जैन शास्त्रों का प्रदर्शन आदि धार्मिक आयोजन होंगे। प्रचार प्रमुख राजेश जैन दद्दू ने बताया कि मुख्य समारोह स्वर्ण रथ सहित 51 रथों के साथ देव शास्त्र गुरु की शोभा यात्रा स्कीम नंबर 78 स्थित दिगंबर जैन मंदिर से प्रातः 7:00 बजे मुनिश्री प्रभातचंदजी एवं मुनिश्री प्रसादचंदजी महाराज के सानिध्य में निकलकर स्कीम नंबर 54 एवं स्कीम नंबर 74 होते हुए पंचबालयति मंदिर विजयनगर पहुंचेगी।
स्कीम नंबर 78 के सामाजिक कार्यकर्ता श्री संजय जैन अहिंसा ने मीडिया प्रभारी को बताया कि स्वर्ण रथयात्रा में पूर्वी उत्तर क्षेत्र मैं स्थित 25 दिगंबर जैन मंदिरों से जुड़े समाज जन सम्मिलित होंगे। यात्रा के पंचवालयति मंदिर पहुंचने पर श्रुत पंचमी पूजन एवं आचार्य श्री की पूजन, श्रीजी के अभिषेक व मुनिश्री के प्रवचन होंगे।
पंचवालयति मंदिर के प्रमुख ब्रह्मचारी जिनेश मलैया एवं ब्रह्मचारी सुरेश मलैया ने श्रुत पंचमी पर्व के संबंध में बताया कि जैन धर्मावलंबियों द्वारा प्रतिवर्ष जेष्ठ शुक्ल पंचमी को ज्ञान की आराधना का महापर्व श्रुत पंचमी मनाया जाता है। यह पर्व आचार्य धरसेण के शिष्य आचार्य पुष्पदंत एवं आचार्य भूत बली महाराज के द्वारा जेष्ठ शुक्ल पंचमी को जैन परंपरा के महान ग्रंथ षटखंडागम की रचना पूर्ण की थी इस उपलक्ष में किस तिथि को देश भर में मनाया जाता है। यह पर्व मानव समाज को वीतरागी संतों की वाणी, श्रुत की आराधना और प्रभावना का संदेश देता है।