मधुबन – जैन धर्मावलंबियों की विश्व प्रसिद्ध पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर जी (झारखंड) में किसी जैन संस्था ने पहली बार कर्मचारियों के साथ मिलकर आपसी सदभावना कायम करते हुए अहिंसा व मैत्री पूर्ण व्यवहार करने की अपील की है। इसको लेकर बीस पंथी कोठी के अध्यक्ष अजय कुमार जैन एवं प्रबंधक सुधाकर अन्नदात्रे के नेतृत्व में अहिंसा पैदल यात्रा निकाली गई। यात्रा बीस पंथी कोठी से निकल कर मधुबन मधुबन के मुख्य मार्ग होते हुए गुणायतन पहुँची , जहां एक लिखित विज्ञप्ति गुणायतन के प्रबंधक को सौंपी गई , जिसमें गुणायतन से तीर्थ की मर्यादा का ध्यान रखने और तीर्थ नगरी मधुबन को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाने की अपील की गई है।
मालूम हो कि कुछ माह पूर्व मधुबन की संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर हड़ताल करने जा रहे थे । तभी बीस पंथी कोठी के प्रबंधक सुधाकर ने अपनी संस्था के अध्यक्ष अजय कुमार जैन से मिलकर कर्मचारियों की सारी मांगे पूरी कर दी थी । इस कारण कर्मियों ने बीस पंथी कोठी को हड़ताल से मुक्त रखा था। इसे देखते हुए मधुबन स्थित गुणायतन सहित कुछ और संस्थाओं के पदाधिकारियों ने मिलकर बीस पंथी कोठी के प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करते हुए भविष्य में कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं करने की बात कही । इस मामले को लेकर प्रबंधक ने अपने संस्था के अध्यक्ष को सारी जानकारी दी ।
अध्यक्ष अजय कुमार जैन ने कहा कि कर्मचारियों की मांग को पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकता है। कर्मचारी की वजह से ही संस्था का किसी भी तरह का कार्य पूर्ण होता है; संस्था में 24 घंटे कर्मचारी अपना योगदान देते है।
ऐसे में संस्था का फर्ज बनता है उनको उनकी उचित मजदूरी दी जाय।
अगर कोई संस्था मजदूरों का हक मारकर मंदिर बनवाती हैं तो यह कोई धर्म का काम नहीं है।
ए• के• जैन ने बताया कि उनकी संस्था मजदूरों के साथ नौकर की तरह व्यवहार नही करती । संस्था के एक-एक मजदूर व कर्मचारी का ख्याल रखना हमारा कर्तव्य है। वैसे लोग जो धर्म की आड़ में मजदूरों का शोषण कर रहे हैं उनसे उनकी अपील है कि मजदूरों को मान सम्मान दें तो वे भी मान सम्मान देंगे।
कहा कि उनके कर्मचारी के साथ कोई दुर्व्यवहार करें यह उन्हें पसंद नहीं है। संस्था बीस पंथी कोठी के प्रबंधक के साथ कुछ अराजक तत्वों ने दुर्व्यवहार किया था, जिसके विरोध में शांति, अहिंसा व मैत्री का संदेश देते हुए यह यात्रा निकाली गई।
बता दें कि मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में अहिंसा रैली में कहा गया कि जैन समाज में फैल रहे पंथवाद के नाम पर हिंसा , घृणा एवं क्रोध से मुक्त करने के लिए शाश्वत तीर्थ की पवित्रता अक्षुण्ण रखने के लिए अभूतपूर्व अहिंसा, शांति मार्च का आयोजन किया गया। जिसमें जैन, जैनात्तर सैंकड़ो की संख्या में लोग शामिल हुए । सत्य, अहिंसा व आपसी प्रेम मैत्री , क्षेत्र की पवित्रता आदि बैनर तले लोग संदेश देते हुए गुणायतन पहुँच रैली सम्पन्न हुई ।
- प्रवीण जैन