भीलवाड़ा। नवदीक्षित साध्वी को गुरुवंदन की क्रियाओं सहित विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चार करते हुए युवाचार्य महेंद्र ऋषि ने पांच महाव्रत धारण कराये। पहला हिंसा का त्याग, दूसरा सत्य, तीसरा चोरी का सर्वदा त्याग, चौथा ब्रह्मचर्य पालन, पांचवा परिग्रह का त्याग पचखान दिलवाया गया। वहीं नवदीक्षिता ने 13 माह तक लगातार मौत रहने का पचखान लेते हुए जीवन पर्यत चॉकलेट न खाने का भी संकल्प लिया। होली चातुर्मास के बाद जब तक युवाचार्य के दर्शन नहीं हो जाते, तब तक साध्वी विश्व वंदना ने भी गेंहू और गेंहू से बनी खाद्य वस्तुओं को ग्रहण न करने का पचखान लिया। नगर के पुराना भीलवाड़ा में बड़ा मंदिर नाड़ी मौहल्ला स्थित महावीर भवन में शनिवार श्रमण संघीय युवाचार्य महेंद्र ऋषि ने सभी साध्वी मंडल के पावन सानिध्य में नव दीक्षिता साध्वी परमेष्ठी वंदना की बड़ी दीक्षा सम्पन्न कराई। इसके साथ ही नवदीक्षिता का सांसारिक जीवन छोड़ वैराग्य के पथ पर अग्रसर हो गई।