अलवर नगर के स्कीम-10 स्थित जैन भवन में मंगलवार जैन मुनि संघ सेवा समिति के तत्वाधान एवं दिगम्बर जैनाचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में भक्तामर स्त्रोत्र महामंडल विधान का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन में 1008 महिला-पुरुषों ने पीले वस्त्र धारण कर विधान में रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना की। इसके अलावा भारी संख्या में अलवर एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालु शामिल थे। समिति के अध्यक्ष संजय जैन ने बताया कि प्रात: 07.00 बजे विधान की शुरूआत भक्तामर है प्यारा स्त्रोत सब मिल गाओ रे, जीवन है पानी की बूंद कब मिट जाये रे भजन के साथ हुआ। भजन के साथ-साथ आचार्य ने भक्तामर के 48 स्त्रोतों की महिमा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भक्तामर स्त्रोत की महिमा समझ में आ गई तो जीवन सफल हो जाएगा।
कार्यक्रम में शांतिधारा की गई, जिसमें सौधर्म इंद्र के पात्र सुशील जैन सीए, प्रदीप जैन कुमेर इंद्र के पात्र बच्चू सिंह जैन, अनिल कुमार जैन सहित सभी पांचों इंद्रों ने भगवान आदिनाथ का अभिषेक किया। तत्पश्चात नित्य पूजन हुआ और भक्तामर स्त्रोत विधान शुरू हुआ। विधान के दौरान भजनों पर श्रद्धालु भक्ति नृत्य करते नजर आ रहे थे। सायं जैन भवन में सामूहिक आरती कार्यक्रम हुआ। समिति के महामंत्री रमेश जैन ने बताया कि विधान में बाहर से आये अतिथियों का महेश चंद्र जैन, अत्तार, विजय जैन, कुलदीप जैन आदि ने स्वागत किया। कार्यक्रम में राजस्थान के पूर्व निशक्तजन आयुक्त खिल्लीमल जैन, श्री दिगम्बर जैन अग्रवाल पंचायती मंदिर के अध्यक्ष महेश जैन, मंत्री महावीर प्रसाद जैन, नरेंद्र जैन, मुकेश जैन, प्रमोद जैन, श्री खंडेलवाल पंचायती मंदिर के अध्यक्ष ऋषभ जैन सहित सुनील बैनाड़ा, राजेंद्र जैन काला, नरेंद्र बैनाड़ा, कमल चंद्र जैन, प्रदीप कुमार जैन, अशोक जैन सहित अनेक जैन धर्माम्बलंबी प्रमुख रूप से शामिल हुए। बुधवार को जैन भवन में प्रात:काल से ही गुरु उपकार दिवस कार्यक्रम हुआ, जिसमें जैनाचार्य श्री विनम्र सागर जी के प्रवचन हुए। कार्यक्रम में रंगोली प्रतियोगिता, देव वंदना, गुरु अचर्ना, प्रवचन तत्पश्चात गुरु दर्शन स्वाध्याय एवं सायं कविसम्मेलन का आयोजन किया गया। 9 जून को श्रुतपंचमी के अवसर पर जिनवाणी शोभायात्रा निकाली जाएगी।