उत्तर प्रदेश राज्य के मैनपुरी नगर में जैन धर्म के 8वें तीर्थकर चंद्रप्रमु एवं 23वें तीर्थकर भगवान पाश्र्वनाथ का जन्म, तप कल्याणक बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जैन समाज के लोगों ने विशाल और भव्य रथयात्रा निकाली। नगर के लोहाई मोहल्ला स्थित पाश्र्वनाथ जिनालय से रथयात्रा का शुभारम्भ हुआ। विशाल रथयात्रा पाश्र्वनाथ जिनाल से शुरू होकर करहल रोड, बाजाजा बाजार, लेनगंज, सदर बाजार, बड़ा चौराहा भ्रमण करती हुई मन्दिर में समाप्त हुई। रथयात्रा का शुभारम्भ नगर पालिका अध्यक्ष साधना गुप्ता ने भगवान की आरती उतार कर आशीर्वाद प्राप्त कर किया। विशाल रथ यात्रा में एक रथ पर भगवान पाश्र्वनाथ और दूसरे रथ पर भगवान चंद्रप्रमु की मनोहारी मूर्ति विराजमान थी।
रथयात्रा में पाश्र्वनाथ और चंद्रप्रमु के जीवन पर आधारित कई झाकियां शामिल थी। रथयात्रा के नगर भ्रमण के दौरान जैन समाज के अलावा अन्य समाज के द्वारा भी भगवान की पूजा-अर्चना की गयी और उनकी आरती उतारी गयंी। नगर भ्रमण के बाद रथयात्रा मन्दिर जी में पहुंची, इसके पश्चार भगवान का पूजन और अभिषक किया गया। तत्पश्चात जैन समाज के समस्य लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गयी थी। मैनपुरी नगर के भोगांव में भी पाश्र्वनाथ जिनालय से शुरू हुई रथ यात्रा नगर भ्रमण के बाद मन्दिर में जाकर समाप्त हुई। यहां भी रथयात्रा में कई मनोहर झाकियां थी और लोगों का उत्साह सर माथे चढ़कर बोल रहा था। जगह-जगह जयजय कार के नारे गूंजने नजर आ रहे थे।मैनपुरी नगर के कुरावली में भी श्री शांतिनाथ जिनालय से रथयात्रा शुरू होकर सदर बाजार, जीटी रोड होते हुए पुरानी लहसुन मंडी स्थित पाश्र्वनाथ मंदिर नसिया जी में पहुंची। वहां पर भगवान की पूजा-अर्चना की गयी। मैनपुरी नगर के करहल में भी पूजा-अर्चना के बाद विशाल रथयात्रा का आयोजन किया गया। जैन समाज के सैकड़ों लोक सहित नगर में पधारे मुनि आचार्य सुंदर सागर जी महाराज भी रथयात्रा के साथ चल रहे थे। रथयात्रा नसिया जी से बजरिया होकर सुभाष गेट से सब्जी मंडी होकर चौ. नत्थू सिंह चौराहे से वापस मंदिर पहुंची रथयात्रा में जगह-जगह पुष्प वष्रा के साथ आरती उतारी गयी