नयी दिल्ली, दिल्ली विधानसभा में सोमवार को आयोजित क्षमावाणी पर्व पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से क्षमा मांगी और कहा कि मैंने किसी का भी मन, कर्म एवं वचन से दिल दुखाया हो, उससे क्षमा-याचना करता हूं और आशा करता हूं कि सभी लोग मुझे दिल से क्षमा कर देंगे। विधानसभा में आयोजित क्षमावाणी पर्व का आयोजन दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल की तरफ से किया गया था।
कार्यक्रम के दौरान जैन मुनि प्रज्ञ सागर जी महाराज एवं आचार्य लोकाश मुनि जी भी मौजूद थे। विधानसभा में हुए क्षमावाणी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जैन श्रद्धालुगण मौजूद रहे। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि तीन साल पहले मैंने अपने घर पर क्षमावाणी पर्व मनाया था, तब जगह कम पड़ गयी थी। इसलिए अब यह आयोजन दिल्ली विधानसभा में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आप सभी लोग अपने-अपने तरीके से सामाजिक एवं धार्मिक कार्य करते रहते हैं। आप लोगों ने मुझे अपना प्रतिनिधि बनाया। मैं भी सरकार धर्म के लिए ही चला रहा हूं।
केजरीवाल ने कहा कि टैक्स के पैसे से हमने मंदी के इस दौर में गरीब लोगों के लिए बिजली और पानी मुफ्त और किफायती दर पर कर रखा है। इसके अलावा गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा दी जा रही है। मौहल्ला क्लीनिक चला रहा हूं, जिसे गरीब लोगों को लाभ मिल सके। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि क्षमा मांगने का काम केवल जैन समाज के लोग ही क्यों करें, इसे सभी धर्म के लोगों को अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में नरेन भीखू जैन, सुभाष ओसवाल आदि सहित कई वरिष्ठगण मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान मुनि प्रज्ञ सागर जी ने कहा कि किसी भी त्यौहार पर बूचड़खाने बंद होने चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म का त्यौहार हो उस दिन दिल्ली में किसी जानवर की बलि न दी जाए। इसके अलावा एक गांव ऐसा बनाया जाये जो पूर्ण रूप से शाकाहारी हो एवं आसपास मांस-मदिरा की दुकानें भी न हों।