जबलपुर के पर्यटन स्थल भेड़ाघाट के स्वर्गद्वारी के भाजपा एवं आरएसएस कार्यकर्ता ऋषभ जैन की रेत में दबी हुई लाश मिलने से पूरे समाज में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार ऋषभ जैन 13 जून की सायं से लापता हो गये थे। कोई पता न चलने पर परिवारीजनों ने गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज करवायी थी। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है जिस रेत के नीचे ऋषभ जैन की लाश मिली उसके ऊपर द एंड लिखा हुआ था। ऋषभ के सिर में सामने और पीछे की तरफ गहरे चोट के निशान हैं।
भेड़ाघाट पुलिस ने भाजपा नेता की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक मृतक ऋषभ की दुकान में काम करता था और दो का उनके साथ उठना-बैठना था। पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि ऋषभ जैन की हत्या के मामले में पुलिस ने पुरुषोत्तम, शिवा और वीरेंद्र को गिरफ्तार किया है। इन तीनों आरोपियों पर हजारों रूपए का कर्ज है जिसे ये चुकाना चाहते थे लेकिन पैसा नहीं था।
करीब 15 दिनों से ये तीनों शिकार की तलाश में थे, जब कोई इनके चंगुल में नहीं फंसा तो इन्होंने ऋषभ को साजिश के तहत नर्मदा तट पर बुलाया और शराब पिलाकर नशे में चूर किया फिर बाबू ने ऋषभ को बेहोश करने के लिए उसके सिर पर पत्थर मार दिया लेकिन चोट इतनी जोर से लगी कि ऋषभ के सिर के पिछले हिस्से से खून बहने लगा। हड़बड़ी में बाबू ने उसके सिर पर एक बड़ा पत्थर और पटक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद इन तीनों ने एक बोरी ऋषभ को भरकर घटना स्थल से करीब 200 मीटर दूरी पर स्वर्गद्वारी में ले जाकर रेत में गाड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद ये तीनों वहां से भाग गए।