सरकार की घोषणा के बाद अब इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) चीफ राजीव जैन को बनाया गया है। वे 01 जनवरी को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। आईबी का चीफ बनाये जाने पर राजीव जैन के परिवार एवं रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है। उनके आगरा के पैतृक निवास नार्थ विजय नगर कालोनी में जश्न का वातावरण है। बता दें कि राजीव जैन की शुरूआती शिक्षा सेंट पीटर्स कालेज में हुई और इसके बाद 1972 में वे दिल्ली चले गये। यहां हिंदू कालेज से इतिहास में बीए ऑनर्स, एम. फिल. किया। इसके बाद प्रथम प्रयास में वे सिविल सेवा में सफल हो गये। राजीव आईएएस बनना चाहते थे किंतु परिवार के समझाने पर आईपीएस ज्वाइन कर लिया।
बिहार कैडर में उन्होंने पुलिस सेवा की शुरूआत की और बाद में झारखंड कैडर में चले गये। लगभग दो वर्ष तक बिहार पुलिस को अपनी सेवा देने के बाद प्रतिनियुक्ति पर आईबी ज्वाइन की। वे दो वर्ष तक कनाडा में रहे। उसके बाद बेंगलूर, जम्मू, अहमदाबाद रहे। राजीव जैन पिछले कई वर्षो से दिल्ली में तैनात हैं। उनकी पत्नी अनुराधा बेंगलूर की रहने वाली है। राजीव की दो बेटियां डाक्टर हैं। पिता राम नारायण अग्रवाल की कंस्ट्रक्शन कम्पनी है। छोटे भाई संजय जैन एक्स एनआरआई हैं और वर्तमान में आनंद इंजीनियरिंग कालेज में ईसी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट हैं।
उनके भाई के अनुसार राजीव शुरू से ही सिविल सेवा में जाना चाहते थे। आईपीएस में चयन के बाद उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान ही रिकार्ड बनाया था। पासिंग आउट परेड में उन्होंने आउटडोर एवं इनडोर एक्टिविटी में बेहतरीन प्रदर्शन कर मिनिस्टर पिस्टल और प्रेसीडेंट स्वार्ड हासिल किया था। तैनाती के दौरान उन्होंने 1999 में इंडियन पुलिस मैडल एवं 2005 में प्रेसीडेंट पुलिस मेडर हासिल किया। आईबी का चीफ बनाये जाने पर राजीव जैन के पिता राम नारायण अग्रवाल एवं माता जी ओमवती जैन सहित उनके पूरा परिवार उल्लासित है।