दिल्ली के कैलाश नगर स्थित जैन मंदिर में जैन छुल्लक बना एक ढोंगी रात को ढावे से खाना मंगा कर खाते हए
स्थानीय जैन समाज द्वारा रंगे हांथो पकड़ा गया.
जानकारी के अनुसार कैलाश नगर के जैन मंदिर में छुल्लक सुगंध सागर नाम का ढोंगी पिछले कुछ दिनों से रहा था. दिनांक ४ नवम्वर की देर रात जैन समाज के कुछ लोगों ने मंदिर में जाकर देखा कि छुल्लक के भेष में रह रहे सुगंध सागर ढावे से खाना मंगा कर खा रहे हैं. जैन समाज के लोगों ने अहिंसात्मकता का परिचय देते हुए उस ढोंगी छुल्लक को बिना कुछ मारपीट किये तत्काल उसे कपड़े पहनाकर और जाने के लिए कुछ रुपए देकर मंदिर परिसर से निकाल दिया.
सावधान- बता दें कि ऐसी घटना और जगह भी हो चुकी है. ऐसी ही एक घटना बताना जरूरी समझाता हूँ. मैनपुरी के भोगाओं तहसील में २ छुल्लक मंदिर जी में रह रहे थे. अचानक एक दिन रात को पता चला कि वो लोग मंदिर जी में रात में मदिरा सेवन कर रहे हैं, इसके बात समाज के लोग वंहा पंहुचे और घटना अपनी आँखों से देखीं. कड़ाई से पूछतांछ कि गयी तो पता लगा कि ये दोनों छुल्लक जैन है ही नही बल्कि अच्छा खाना-पीना और सत्कार के लालच में कुछ अजैन ऐसा कार्य कर रहे हैं.
हमारा समस्त जैन समाज से ये अनुरोध है कि मुनि से नीचे पद वाले किसी भी छुल्लक, ऐलक और ब्रह्मचारी को मंदिर जी में स्थान देने से पहले इनके बारे में जानकारी जरूर कर लें, किस मुनि महाराज जी से उन्होंने ये पद ग्रहण किया है, इसकी
पूरी जानकारी स्थानीय जय समाज को जरूर लें और सम्बंधित मुनिश्री से सत्यापन जरूर करें. ताकि भविष्य में ऐसी
किसी भी शर्मनाक घटना से बचा जा सके और धर्म के नाम पर पल रहे ऐसे ढोंगियों का पर्दाफाश हो सके.