21 मई। प.पू. वर्तमान पट्टधर खरतरगच्छाचार्य जिनपीयूषसागर सूरिश्वरजी महाराज आदि साधु-साध्वी मंडल का जिनशासन के नंदनवन नागपुर नगर में रविवार को भव्य नगर प्रवेश हुआ।
चन्द्रप्रकाश छाजेड़ ने बताया कि जैनाचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वरजी महाराज की आज से 3 वर्ष 10 जून 2015 को नागपुर नगर के इंदौरा दादावाड़ी के मध्य हजारों की जनभेदनी की उपस्थिति में भव्य आचार्य पदारोहण महोत्सव सम्पन्न हुआ था। आचार्य पदारोहण के पश्चात् मध्यप्रदेश, राजस्थान आदि प्रांतों में जिनशासन की ध्वज फहराते हुए तीन वर्ष पश्चात् पुनः नागपुर नगर की धर्मधरा पदार्पण हुआ। आचार्य भगवंत के प्रवेश को लेकर नागपुर जैन समाज में हर्ष व उत्साह का माहौल नजर आया।
चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ ने बताया कि प.पू. आचार्य प्रवर श्री जिनपीयूषसागरसूरिश्वरजी म.सा. आदि ठाणा 4 व परम पूज्य प्रखर व्याख्यात्री प.पू. साध्वी श्री प्रियंकराश्रीजी म.सा आदि ठाणा -3 का 20 मई रविवार को जिनशासन के नंदनवन नागपुर नगर पधारें, जहाँ गुरूदेव श्री जी के आचार्य पदारोहण के 3 वर्ष बाद पुनः आगमन पर नागपुर श्रीसंघ द्वारा आचार्य भगवंत आदि साधु-साध्वी जी मंडल की भव्य आगवानी की गई, आचार्य भगवंत आदि साधु-साध्वी जी मंडल का भव्य स्वागत सामैया प्रातः मंगलमय वेला में गाजे-बाजे व अभूतपूर्व उत्साह के साथ सेंट्रल एवेन्यू रोड़ से प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए इतवारी स्थित श्री आजितनाथ जी मंदिर पहुँचा, जहां पर आचार्य श्री जी आदि साधु-साध्वी जी मंडल का स्वागत व अभिनन्दन तथा आचार्य श्री जी आदि साधु-साध्वी जी मंडल द्वारा अमृतमय वाणी से मंगलमय प्रवचन हुआ।
गुरूभक्त रवि सेठिया बताया कि 3 वर्ष पूर्व गुरूदेव श्री जी को नागपुर नगर की पुण्य धरा पर इंदौरा दादावाड़ी प्रागंण में 11 जून 2015 के शुभदिन तपागच्छाचार्य श्री पूर्णचन्द्रसूरिश्वरजी म.सा., व प.पू. विनयसागरसूरिश्वर जी म.सा. एवं अनेक साधू साध्वियों की गरिमामयी उपस्थिति व संकल संघ की साक्षी में अपार हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण में आचार्य पद एवं सूरि मंत्र प्रदान कर श्णमो आयरियाणं पद से सुशोभित किया गया तथा खरतरगच्छ की आचार्य पदवी देकर खरतरगच्छाचार्य प.पू.जिनपीयूषसागरसूरिश्वर जी म.सा. नामकरण किया गया था।
दो जैनाचार्यों का हुआ मंगलमय मिलन
गौरतलब है कि पूज्य खरतरगच्छाचार्य श्री जिनपीयूषसागरसूरिश्वरजी म.सा. के आचार्य पदारोहण के 3 वर्ष बाद पुनः नागपुर नगर में मंगलमय आगमन के शुभदिवस आचार्य पद एवं सूरि मंत्र प्रदाता प.पु. श्री विनयसागरसूरिश्वर जी म.सा. से 3 वर्ष बाद पुनः मंगलमय मिलन हुआ तथा इस पावन मंगलमय वेला में एक-दूसरे की सुख शाता पूछी तथा आगे की शासन प्रभावना को लेकर वार्तालाप हुई, जो कि जैन समाज के लिए प्रेरणास्पद रहा।
गुरूभक्त कपिल बोथरा आचार्य भगवंत संसघ का नागपुर से मंगलमय विहार नागपुर प्रवेश के अगले दिन 21 मई 2018, सोमवार की संध्या को आरवी की ओर होगा तथा आचार्य भगवंत संसघ का आरवी में मंगलमय प्रवेश 27 मई 2018 को होगा।
चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़