सम्मेद शिखर हमारा है,हमें प्राणों से प्यारा है की गूंज के साथ जैन युवा परिषद ने 46 वां स्थापना दिवस मनाया


वर्तमान में संपूर्ण भारत की जैन समाज सड़कों पर एक ही मांग को लेकर उतरी हुई है कि सम्मेद शिखरजी पारसनाथ पर्वत जैन धर्म का अहिंसक पवित्र क्षेत्र है। उसे पर्यटक क्षेत्र बनाने का पुरजोर विरोध किया जा रहा है यदि सम्मेद शिखर के लिए मेरे प्राणों की आहुति भी देनी पड़ी तो मैं पीछे नहीं हटूंगा और सबसे आगे खड़ा मिलूंगा उक्त वक्तव्य अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री उदय भान जैन ने युवा परिषद के 46 वें स्थापना दिवस पर आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कामां में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए व्यक्त किये।

युवा परिषद के अध्यक्ष मयंक जैन लहसरिया ने बताया कि नव वर्ष 2023 के आगमन एवं युवा परिषद के 46 वें स्थापना दिवस समारोह पर सुबह से ही अति व्यस्त कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया गया। प्रातः जैन धर्मशाला से पचरंगी झंडे लेकर छोटे व बड़े बच्चों के साथ जैन पार्क एवं शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर दीवान होते हुए प्रभात फेरी निकाली गई। मुख्य कार्यक्रम कोट ऊपर स्थित आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कामां में आयोजित किया गया तो ध्वजारोहण महावीर प्रसाद पंकज कुमार जैन परिवार ने कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर जैन समाज की महिलाओं ने पूरे मंदिर परिसर को एक तीर्थ एक नारा सम्मेद शिखर हमें प्राणों से प्यारा, कम है कमजोर नहीं नारों से गुंजायमान कर दिया जैन समाज में सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित करने से व्यापक रोष व्याप्त है बच्चे बच्चे में आक्रोश देखा जा रहा है। कार्यक्रम में आर्यिका ज्ञान मति माताजी के चित्र अनावरण धर्म जागृति संस्थान, जैन मित्र मंडल, ज्ञान विजया महिला मंडल,चन्द्रप्रभु महिला मंडल,अखिल भारतीय महिला परिषद के पदाधिकारियों द्वारा किया गया तो दीप प्रज्ज्वलन राष्ट्रीय महामंत्री व समाज के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर भागचंद रिंकू जैन बड़जात्या परिवार को सौधर्म इंद्र,सत्येंद्र प्रसाद राजेंद्र जैन, रिखब चंद आकाश जैन, त्रिलोक जैन खेमेंद्र जैन, धर्म चंद अभिषेक जैन को इंद्र बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तो वही संगीता जैन प्रीति जैन परिवार को इंद्राणी बनने का अवसर मिला।

कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए युवा परिषद के प्रदेश सँयुक्त महामंत्री संजय जैन बड़जात्या ने कहा कि वर्ष 2023 को तेइसवें तीर्थकर भगवान पारसनाथ की निर्वाण भूमि सम्मेदशिखर पारसनाथ पर्वत को समर्पित किया गया है जिससे सरकार पवित्र क्षेत्र को धार्मिक क्षेत्र घोषित करें न कि पर्यटक क्षेत्र। इस अवसर पर युवा परिषद के पदाधिकारियों भारत जैन,आकाश जैन,दौलत बड़जात्या, शीतल जैन आदि द्वारा संम्मान भी किया गया। इस अवसर पर बड़ी मात्रा में जैन समाज के स्त्री पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे।


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