3 जून 2020 को खरगोन से 18 किमी दूर जैन तीर्थ स्थल ऊन के नारायण कुंड में मनरेगा योजनांतर्गत चल रहे कार्य की खुदाई के दौरान जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ की प्रतिमा प्राप्त हुई है। पुरातत्व संग्रहालय के अधिकारी सुलतानसिंह ने बताया कि परमार कालीन यह प्रतिमा संभवतः किसी मंदिर की प्रतिमा होगी, जो मंदिरों के आले (ताक) में स्थापित की जाती है। चूंकि ऊन जैन शिक्षा केंद्र का बड़ा केंद्र रहा है। जैन तीर्थंकर की यह प्रतिमा क्षरित प्रतिमा हैं। इस प्रतिमा में परिचायकों का भी अंकन किया गया है। जनपद पंचायत सीईओ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि ऊन के नारायण कुंड में मनेरगा के अंतर्गत नाला उपचार कार्यक्रम किया जा रहा था। इस दौरान खुदाई में ढाई से तीन फिट की जैन तीर्थंकर प्रतिमा प्राप्त हुई है। जानकारी मिलते ही उच्च अधिकारियों को बताया गया और पुरातत्व विभाग से भी संपर्क किया गया। अभी यह प्रतिमा जनपद कार्यालय में रखी गई है।
— Sanmati Jain Kaka