अलवर के आदिनाथ जैन शिक्षण संस्थान एवं राष्ट्रीय जैन माइनारिटी संगठन के तत्वाधान में रविवार आदिनाथ जैन शिक्षण के प्रेक्षागृह में राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके साथ ही संगठन की प्रदेश कार्यकाणिणी का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजति किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग के सदस्य श्री सुनील सिंघी ने कहा कि जैन धर्म दुनियां का सबसे प्राचीन धर्म है।
एक समय था जब जैन समाज के लोगों की जनसंख्या 40 करोड़ के लगभग थी। केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में जैन समाज की जन संख्या मात्र 40 लाख के लगभग है। अभी जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा मिला हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से समाज के लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में शर्म नहीं करनी चाहिए। यह जैन समाज का अधिकार है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्य समुदाय के लिए बनी सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए एक साल में देश के 114 जिलों में 346 कार्यक्रम आयोजित किये गये।
उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए केंद्र सरकार ने बजट का 15 प्रतिशत हिस्सा दिया है। सिंघी दोपहर को दाउदपुर मदरसा भी पहुंचे और मोहम्मद अमजद, मदरसे के अध्यापकों एवं विद्यार्थियों से मुलाकात की। अध्यक्षता कर रहे विधायक बनवारीलाल सिंघल ने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को अपने साथ लेकर चलना चाहता हूं। मेरा संदेश है कि शाकाहार अपनाएं और देश को नशामुक्त बनाएं। ईमानदारी से कर्ज चुकाए। आदिनाथ जैन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने कहा कि अल्पसंख्यकों का दर्जा मिलने के बाद कॉलेज में नामांकन में वृद्धि हुई है।