पिछले कुछ दिनों से जैन साध्वियों के साथ छेड़खानी की खबरें आने के बाद जैन समुदाय में चिंता देखी गई थी। हाल ही में गुजरात में एक व्यक्ति ने एक जैन साध्वी के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी। इसके बाद साध्वियों ने खुद को मजबूत करने का फैसला लिया. छेड़छाड़ की घटना के बाद से 50 साध्वियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा रही है। इनमें 20 साल से 60 साल तक की उम्र की साध्वियां हैं।
जैन साधु-साध्वी सुरक्षा सेल की ओर से राष्ट्र सेविका समिति की महिलाएं इन्हें प्रशिक्षण दे रही हैं। जैन धर्म में हथियारों को हाथ लगाना मना है। इसलिए इसका ट्रेनिंग में ख्याल रखा गया है। निशस्त्र रहते हुए खुद की रक्षा कैसे की जाए, यह सिखाया जा रहा है।
जैसा कि जैन समाज अपने धर्म के नियमों का पालन कड़ाई से करता है. इस कड़ी में उनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पैदल ही चलना होता है. महिला साध्वीयों को अकेले पैदल भी चलना पड़ता हैं. लिहाजा, वे किसी भी अनहोनी से बचने के लिए खुद को तैयार कर रहीं हैं.