सम्मेद शिखर तीर्थक्षेत्र से पैदल विहार पर निकले जैन मुनि आज्ञा सागर जी महाराज (96) ने सोमवार प्रात: 10.45 बजे जैन मंदिर बुधवारी बाजार में अपना शरीर त्याग दिया। मुनि आज्ञा सागर जी सम्मेद शिखर जी विहार कर राजिम जा रहे थे। इनके साथ जैन मुनि विनिश्चल सागर, विभस्व सागर, अंकलंग सागर एवं विभूषण सागर जी महाराज साथ विहार पर थे। सम्मेद शिखर से रांची, जशपुर, धरमजयगढ़ होते हुए सोमवार प्रात: 07.30 बजे बुधवारी जैन मंदिर पहुंचे और सभी महाराजों ने आहार ग्रहण किया। इसके बीच ही सल्लेखना पर बैठ गये। प्रात: लगभग 10.45 बजे मुनि आज्ञा सागर जी महाराज ने अपना शरीर त्याग दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग मंदिर जी में पहुंच गये, जिसमें बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर-चंपा जिले के जैन समाज के लोग थे। समाज ने जैन मंदिर परिसर में ही महाराज के शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया। शरीर त्यागने वाले मुनि आज्ञा सागर जी मध्य प्रदेश के चांदला, छतरपुर के रहने वाले थे। उनका गृहस्थ नाम कस्तूरचंद जैन था।