उज्जैन में चातुर्मास करने आये जैन मुनि निर्भय सागर महाराज ने गुरूवार फ्रीगंज पंचायती मंदिर में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि समाज में लड़कियों की आत्महत्याओं की घटनाओं में हो रही बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण लड़कियों की शादी देर से होना बताया। मुनिश्री ने कहा कि एक सव्रे के अनुसार देश में प्रत्येक वर्ष लगभग 20 हजार लड़कियां आत्महत्या कर रही हैं। अपने देश में पुराने समय में 18 वर्ष की अवस्था के बाद लड़की की शादी कर दी जाती थी जबकि आज लड़कियों की शादी 18 वर्ष से भी काफी ज्यादा होने के बाद की जाती है।
उन्होंने लड़की की शादी देरी से करने के बाद आने वाली समस्याओं की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि ज्यादा उम्र में मां बनने से लगभग 90 प्रतिशत बच्चे ऑपरेशन से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा नियम बनाये कि 25 वर्ष की अवस्था के पहले कोई लड़की प्रेम विवाह न कर सके। आतंकवाद पर चर्चा करते हुए मुनिश्री ने कहा कि जातिवाद का अजगर और पंथवाद का जहर देश को बर्बाद कर रहा है। मुनिश्री अपना 30वां चातुर्मास पहली बार उज्जैन में कर रहे हैं। इस दौरान फ्रीगंज मंदिर में शनिवार दोपहर चातुर्मास कलश की स्थापना होगी और प्रतिदिन प्रात: 08.30 से 10.00 बजे तक प्रवचन होंगे।