इंदौर. दिगंबर जैन समाज की महिलाएं अब हथकरघा से आर्यिका माताजी (जैन साध्वी), ब्रह्मचारी, ब्रह्मचारिणी दीदी के वस्त्र और मंदिरों में प्रक्षालन-पानी छानने के लिए लगने वाला कपड़ा तैयार करेंगी। अभी 50 महिलाएं इन्हें तैयार करेंगी। इंदौर के दिगंबर जैन मंदिरों में आने वाले दिनों में अब बाहर से फैक्ट्रियों में बना कपड़ा बुलवाना बंद किया जाएगा। हथकरघा का से बना कपड़ा देशभर के जैन मंदिरों में भी जाएगा। समाज ने मेक इन इंडिया और शुद्धता-पवित्रता के लिए यह पहल की है।
– क्लर्क कॉलोनी दिगंबर जैन मंदिर में रविवार को चार हथकरघा की शुरुआत की गई। अगले डेढ़ महीने में छत्रपतिनगर और तिलकनगर में भी इसकी शुरुआत की जाएगी।
– धीरे-धीरे अन्य सभी जैन मंदिरों की कॉलोनियों में इसे शुरू किया जाएगा। समाज की महिलाएं पहले चरण में 300 मीटर कपड़ा रोज तैयार करेंगी।
– दिगंबर जैन समाज (सामाजिक संसद) के महामंत्री राजकुमार पाटोदी के अनुसार इसके लिए यह एक कमेटी बनाई जा रही है, जो महिलाओं से कपड़ा खरीदकर आर्यिका माताजी, ब्रह्मचारी भैया, ब्रह्मचारी दीदी को नि:शुल्क देगी।
– इस पहल से समाज की महिलाएं भी आत्मनिर्भर बनेंगी। तिलकनगर को मुख्य प्रशिक्षण केंद्र बनाया जाएगा।
– इंदौर से देशभर के दिंगबर जैन मंदिरों में पूजन में पहनने और आर्यिका माताजी के लिए अब क्लर्क कॉलोनी स्थित दिंगबर जैन मंदिर के हथकरघा केंद्र में कपड़े बनाए जाएंगे। आगामी दिनों में अन्य जैन मंदिरों में भी हथकरघा लगेंगे।
शुद्धता-पवित्रता के लिए समाज की पहल
दिगंबर जैन समाज (सामजिक संसद) से जुड़े लोगों का कहना है फैक्ट्री में बनने वाले वस्त्र में शुद्धता नहीं होती है। इसलिए जैन समाज ने संतों के सान्निध्य में यह पहल की है।
महिलाएं जो वस्त्र तैयार करेंगी, इसे देशभर में नि:शुल्क पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर भी बनाया जाएगा।
श्वेतांबर जैन समाज के संतों को भी देंगे वस्त्र
दिगंबर जैन समाज की महिलाएं जो हथकरघा से बने वस्त्र तैयार करेंगी। समाज के महामंत्री पाटोदी के अनुसार इन्हें श्वेतांबर जैन समाज के साधु-साध्वियों को भी दिया जाएगा।
इसके अलावा समाज के युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए भी पहल की जाएगी। हालांकि युवाओं को इन्हें मुफ्त नहीं दिया जाएगा।
5 लोगों की टीम 15 दिन में सिखाएगी कपड़ा बनाना
– क्लर्क कॉलोनी दिगंबर जैन मंदिर से जुड़े आनंद गोधा, नवीन गोधा और प्रवीण जैन का कहना है आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रेरणा से हथकरघा को शुरू किया गया है।
– कुंडलपुर में पहले ही यह चल रहा है। अब इंदौर में विजयनगर के बाद क्लर्क कॉलोनी में इसकी शुरुआत की गई। महिलाओं को हथकरघा सिखाने के लिए पांच लोगों की कमेटी इंदौर आई।
– यह 50 महिलाओं को प्रशिक्षण देगी। 15 दिनों में महिलाएं कपड़ा तैयार करना सीख जाएंगी।
- Dainik Bhaskar