आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के सान्निध्य में मंगलवार को हबीबगंज जैन मंदिर में चिकित्सा संगोष्ठी हुई। इसमें करीब दो सौ चिकित्सक शामिल हुए। इस अवसर पर आचार्यश्री ने कहा कि संपूर्ण चिकित्सा क्षेत्र को परमार्थ का माध्यम बनाया जाना चाहिए। चिकित्सा का निजीकरण किया जाना गलत है। आचार्यश्री ने कहा कि शारीरिक चिकित्सा के साथ ही आत्मा की चिकित्सा करना भी जरूरी है। यह कैसे की जाती है, इसकी जानकारी शास्त्र और संतों से मिलती है।
भारतीय प्राचीन चिकित्सा पद्वति के भी विकास की ओर ध्यान दिया जाएं। इसके पूर्व डॉ. जितेंद्र जैन ने संगोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। सभी चिकित्सकों ने आचार्यश्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया। संगोष्ठी में डॉ. सुरेंद्र अग्रवाल, डॉ. पीसी मनोरिया, डॉ. राजेश जैन, अजय गोयनका, डॉ. सुरेंद्र अग्रवाल और डॉ. हेमंत सिंह चौहान आदि शामिल थे।
- DainikBhaskar