गुरुग्राम। देश की आर्थिक विकास को सुदढ़ करने के लिए अपने कड़वे प्रवचनों के लिए विख्यात जैन मुनि तरुण सागर जी लोकसभा एवं विधान सभा चुनाव एक साथ कराये जाने के मुददे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचार से 100 फीसदी सहमद दिखे। इस संबंध में वह अन्य पार्टियों के साथ समय-समय पर बातचीत भी करेंगे साथ ही प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करेंगे कि वह सभी पार्टियों के साथ सहमति बनाने का प्रयास करें।
इस मसले पर सभी पार्टियों को आगे आना चाहिए क्योंकि पहले देश है, फिर पार्टी। देश की मजबूती के लिए कुछ त्यागना पड़े तो त्याग करना चाहिए। अपने 4दिवसीय प्रवास के दौरान मुनिश्री ने कहा कि एक लंबे समय बाद देश को ईमानदार, मेहनती एवं कर्मठ प्रधानमंत्री मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि देश हित की बात हो तो किसी से भी राय-मशिविरा लेने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। संविधान में संशोधन कर प्रावधान कर देना चाहिए और यह काम मोदी सरकार ही कर सकती है।
मुनिश्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के अनेकों निर्णयों ने साफ कर दिया है कि उन्हें वोट नहीं देश की चिंता है। देश हित के लिए कुछ कठोर निर्णल लेने की आवश्यकता हो तो लिये जाने चाहिए। आरक्षण के मुददे पर बोलते हुए मुनिश्री ने कहा कि देश में जातिगत आधार पर आरक्षण व्यवस्था है, इसे खत्म कर आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की व्यवस्था करनी चाहिए। दिव्यागों को आरक्षण मिलना चाहिए। इसके अलावा अनाथ व शहीद के बच्चों को आरक्षण मिलना चाहिए। चारों विषयों के दायरे में सभी लोग समाहित हो जाएंगे।