जैन धर्म के 24 तीर्थकरों में से 20 तीर्थकरों की विप्रसिद्ध पावन मोक्ष स्थली पारसनाथ (सम्मेद शिखर) जैन समुदाय के लोगों के लिए अति पावन एवं उसका कण-कण पूजनीय है। श्रद्धालुओं की अटूट श्रद्धा और भक्ति से वर्ष भर यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पावन सिद्धक्षेत्र दर्शन करने आते रहते हैं। यहां दर्शन करने आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है कि यहां जल्द ही शटल हेलिकॉप्टर सेवा शुरू होने जा रही है। इस संबंध में नागर विमानन विभाग ने हेलिकॉप्टर संचालन कम्पनियों से आवेदन पत्र मांगे हैं और 20 जुलाई के बाद हेलिकाप्टर संचालन करने वाली कम्पनी का चयन भी हो जाएगा।
हेलिकॉप्टर मधुबन से पारसनाथ की उड़ान भरेगा और इसकी शुरूआत अक्टूबर माह से शुरू हो जाने की संभावना है। मिली जानकारी के अनुसार मधुबन और सम्मेद शिखर पर हेलिपेड बनाने के लिए जमीन सरकार उपलब्ध कराएगी। हेलिकॉप्टर और कम्पनी की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की ही होगी। इसके लिए हेलिपेड बनाने और हेलिकॉप्टर उड़ाने के लिए महानिदेशक नागर विमानन डीजीसीए से अनुमति लेनी होगी।