जैनाचार्य विद्यासागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में राजनांदगांव/डोंगरगांव में चल रहे गजरथ पंचकल्याणक महोत्सव के तीसरे दिन रविवार को जन्म कल्याणक महोत्सव अति उल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। प्रात: 08.00 बजे भगवान का जन्म हुआ। इस उपलक्ष्य में महाभिषेक के लिए सौधर्म इंद्र सभी इंदण्रारियों सहित ऐरावत हाथी पर सवार होकर भगवान के जन्म का उत्सव मनाने विशाल जलूस निकला, जिसमें ऐरावत हाथी के साथ 24 घोड़े, 17 बग्गियां, छह बैंड, पंजाबी भांगड़ा, ढ़ोल, पाटन दुर्ग वनांचल का आदिवासी नृत्य एवं भक्तिभयी संगीत के साथ थिरकते हुए सभी श्रद्धालु भगवान के जन्म पर खुशियों में इतने मस्त थे पूरा नगर स्वर्गमय हो गया। यह विशाल जलूस अयोध्या नगर के मुख्य मागरे का भ्रमण करते हुए पांडुकशिला पर पहुंचा।
दोपहर 01.00 बजे भगवान का अभिषेक हुआ। इसके बाद अप. 04.00 बजे आचार्यश्री के श्रीमुख से प्रवचन का लाभ श्रद्धालुओं ने लिया। सायंकालीन 07.00 बजे महाआरती तथा 08.00 बजे शास्त्र सभा एवं रात्रि 08.30 बजे भगवान के जन्म से बाल लीलाओं का भव्य मंचन टीकमगढ़ से आये कलाकारों द्वारा किया गया, जिसने सभी का मन मोह लिया। नवनिर्मित मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ 24सों जैन तीर्थकरों की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा। आज से 6 वर्ष पूर्व आचार्यश्री द्वारा इस मंदिर की आधार शिला रखी गयी थी और यह अदभुत संयोग ही है कि इस मंदिर का पंचकल्याणक भी आचार्यश्री जी के पावन सानिध्य में हो रहा है। पंचकल्याणक के अवसर पर आचार्यश्री से आशीर्वाद लेने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी भी अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ डोंगरवां पहुंचे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जरनैल सिंह भाटिया के साथ शहर तथा ग्राम स्तर के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।