4 माह में निर्मित हुई भगवान आदिनाथ की प्रतिमा गोलाकोट पहुंची


मध्य प्रदेश के शिवपुरी/खनियाधाना में जैन अतिशय क्षेत्र गोलाकोट पर निर्माणाधीन बड़े बाबा के मंदिर में बतौर मूलनायक 15 फुट ऊंची भगवान आदिनाथ की विशाल मनोहारी पदमासन प्रतिमा निर्मित हो, सोमवार को खिनयांधान होते हुए गोलाकोट पहुंची। प्रतिमा के नगर में प्रवेश करते ही जगह-जगह स्वागत किया गया । खनियाधाना के पिछोर रोड स्थित गौशाला से सोमवार प्रात: ट्राला पर रखी भगवान आदिनाथ की प्रतिमा एक शोभायात्रा के रूप में निकली, जिसमें श्रद्धालुगण धार्मिक धुनों पर नृत्य और हषरेल्लासित भाव से जय-जयकार कर रहे थे।

बड़ेबाबा मंदिर में आर्यिका पूर्णमति माताजी से ससंघ पहुंचकर प्रतिमा की आगवानी की और प्रतिमा को देख हर्ष विभोर हो उठीं। शोभायात्रा में ब्रह्मचारी विनय भैया, गोलाकोट कमेटी के अध्यक्ष एस के जैन (पूर्व डीजीपी दिल्ली पुलिस), राकेश जैन वास्तुविद तथा जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में साथ चल रहे थे। निर्मित प्रतिमा के बारे में बताते हुए समाज के सत्येंद्र जैन एवं विमलेश जैन ने कहा कि लगभग 4 माह में जयपुर के प्रख्यात मूर्ति निर्माणी लगभग आधा दर्जन लोगों ने दिन-रात मेहनत कर बिजोलिया पत्थर से आकषर्क मूर्ति का निर्माण किया।

प्रतिमा की छवि इतनी मनोहारी है कि जब प्रतिमा को दिखाने अजमेर के नारेली में मुनि श्री सुधासागर जी को दिखाई तो वह चेहरे की प्रसन्नता देख भाव-विभोर हो गये और पहली बार मूर्ति की मुंह दिखाई के उपलक्ष्य में मुम्बई के एक जैन श्रावक ने दो लाख पचपन हजार रुपये देकर प्रतिमा के दर्शन किये। लाल पत्थरों से निर्मित भव्य और आकषर्क बड़ेबाबा का यह मंदिर वि के अद्धितीय मंदिरों में होगा, जिसके दर्शन हेतु प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे।


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