जैन धर्म के सिद्धक्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी के पर्वत के जंगल में आग लगी हुई है। इस आग से पर्वत पर लगे छोटे-बड़े पेड़-पौधे जलकर राख हो रहे हैं, वहीं जंगल में रहने वाले पशु-पक्षी भी इसकी चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं। बता दें कि पारसनाथ पर्वत के आसपास के गांवों के युवक मकर संक्राति मेला समिति के तहत पिछले कई वर्षो से जंगलों में लगने वाली आग से होने वाले नुकसान से बचाव का प्रयास करते आए हैं और आज भी ये युवक पर्वत पर लगी आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
पारसनाथ पर्वत के जंगल में आग
पारसनाथ समिति के मनोज अग्रवाल ने बताया कि समिति के अधिकांश सदस्य इन दिनों बाहर गये हुए हैं। इसलिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बता दें कि पारसनाथ पर्वत पर गर्मी के दिनों में आग लगती रहती है, जिससे जंगलों को काफी नुकसान होता रहा है। सरकार और वन विभाग वैसे तो पर्यावरण को बचाने तथा पेड़-पौधे लगाने की दिशा में कार्य करती रहती है किंतु इस ओर कोई पहल नहीं कर रही है। यदि वन विभाग पारसनाथ मकर संक्राति मेला समिति के युवकों के साथ मिलकर एक रणनीति बनाकर तालमेल बिठाये तो ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। प्रशासन का भी कोई ध्यान इस ओर नहीं गया है। फिलहाल यहां के निवासी, जिन्हें पर्यावरण से प्यार है, वे ही किसी तरह अपने स्तर से आग बुझाने के कार्य में लगे हुए हैं।