लुधियाना में चातुर्मास कर रही महासाध्वी कैलाशवती महाराज की पौत्री शिष्य महासाध्वी सर्वज्ञ प्रभा और तप रश्मि निमता महाराज ठाणा-2 के सानिध्य में जैन स्थानक सुंदर नगर में श्रावक-श्राविकाओं को चातुर्मास की महत्ता से अवगत कराया। महासाध्वी सर्वज्ञ प्रभा ने दान की महत्ता समझाते हुए कहा कि दान सदैव प्रसन्न भाव से देना चाहिए। मजबूरी में दिया गया दान व्यर्थ चला जाता है साथ ही दान देते समय ध्यान रखें कि दान लेने वाला सुयोग्य है या नहीं। व्यक्ति के मन में यदि किसी प्रकार का मैल होगा तो वह भवसागर से पार नहीं हो सकता।
इस अवसर पर संजय जैन, निशा, सुरेंद्र जैन लोकेश जैन लक्की, सूरज जैन, जोगिंदरपाल जैन, मनोहर लाल स्वीटी, मनी जैन, लाला दसौधी राम जैन, अनिल जैन, जितेंद्र जैन, मुकेश जैन, हषर्वाला जैन, सुधा जैन, लता जैन आदि सहित भारी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद थे।