पति और पत्नी के रिश्ते आपसी विश्वास पर टिके होते हैं। जहां शक की कोई गुंजाइश नहीं होती। जिस दिन शक का कीड़ा उनके मन में पैदा हो जाता है तो खुशियों से भरा जीवन नष्ट होने लगता है। दंपति को चाहिए कि वह एक-दूसरे पर विश्वास करके चलें। क्योंकि दुनिया विश्वास पर टिकी है, जिसका विश्वास टूट जाता है, वह आदमी तनाव में जीता है।
यह बातें वैशाली नगर दिगंबर जैन मंदिर में प्रवचन के दौरान जैन मुनि प्रतीक सागर ने कहीं। उन्होंने भक्तों को उदाहरण देते हुए बताया कि एक पत्नी बहुत शक्की दिमाग की थी, जब देखो पति के मोबाइल पर फोन करके पूछती थी कि तुम कहां हो और अगर फोन नहीं लगता तो वह बच्चों को देखने भेज देती। एक दिन उसने पति को फोन कर पूछा तुम कहां हो, पति ने झूठ कहा कि मैं गाड़ी चल रहा हूं। पत्नी ने फिर कहा गाड़ी पर चल रहे हो तो हार्न बजाकर बताओ। आगे आप समझ ही सकते हैं कि क्या हुआ होगा।
ज्यादा शक इंसान को झूठ बोलने के लिए मजबूर कर देता है। एक-दूसरे पर विश्वास में ही जीवन की आस छुपी होती है। पत्नी को चाहिए कि पति जब ऑफिस या दुकान से घर लौटे तो उसका द्वार पर खड़े होकर मुस्कुराकर स्वागत करे। ठंडा पानी पिलाए। प्रेम से उसे भोजन कराएं, लेकिन दिनभर में जो हुआ वह अपने पति से ना कहें। मुनिश्री ने कहा कि पत्नियो से अनुरोध है कि वह भी किसी के घर की बेटी हैं और अपने सास-ससुर की सेवा अपने मां बाप के ही तरह करें। उनके आंचल में पलते हुए जीवन बिताएं, परिवार को स्वर्ग बनाएं।
पार्श्वनाथ भगवान का मंगल अभिषेक
गुरुवार को जैन मंदिर में पार्श्वनाथ भगवान, शांतिनाथ भगवान का मंगल अभिषेक और पूजन भक्तों ने किया। शांति धारा मंत्रों के साथ जिनेंद्र भगवान का अभिषेक रविंद्र छाबड़ा, प्रवीण छाबड़ा, संतोष जैन, सुनील जैन, सुशील बाकलीवाल, ज्ञानचंद बाकलीवाल, आदि ने किया। भगवान की प्रतिमा के समक्ष पूजन द्रव्य समर्पण करते हुए आरती की। महिलाओं न देव शास्त्र गुरु की पूजा की।
मंदिर में प्रवचन के बाद मुनिश्री की भक्तों ने आरती उतारी।
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