अपने कड़वे प्रवचनों के लिए प्रख्यात जैन मुनि श्री तरुण सागर जी महाराज ने नोट बंदी पर कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने यह कदम उठाकर साबित कर दिया है कि नोट मात्र और मात्र कागज के टुकड़े ही हैं। उक्त बात अम्बाला के गुड़ बाजार स्थित जैन आश्रम में कही। उन्होंने कहा कि नोट मात्र कागज का टुकड़ा है और इस मोह-माया से दूर ही रहना जीवन के लिए अच्छा है। उन्होंने नोटबंदी के कदम को क्रांतिकारी कदम बताया और कहा ऐसा कदम मोदी जैसा आदमी ही उठा सकता है।
जैन मुनि ने कहा कि सरकार के इस फैसले के बाद आतंकवाद और कालेधन पर बहुत फर्क पड़ेगा। हां इससे शुरू में आम जनता को असुविधा जरूर हो सकती है किंतु हम सभी को सोचना चाहिए कि यह कदम आमजन की सुविधा के लिए ही उठाया गया कदम है। इसलिए जनता इस फैसले का सम्मान करे और सरकार का पूर्ण सहयोग करे। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि आने वाले दिनों में इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए मुनिश्री ने कहा कि देश में बहुत सारे तथा-कथित बाबाओं ने धर्म को धंधा बना लिया है। इस तरह के लोग बेनामी सम्पत्ति और नगदी पर कुंडली मार के बैठे हुए हैं। अत: सरकार को नेताओं, व्यापारियों की सम्पत्तियों के साथ तथा-कथित ऐसे बाबाओं की सम्पत्तियों की भी जांच करवाए।