आर्यिका विभूतिश्री माता जी की विहार करते समय हुए एक हादसे में मौत हो गई । जानकारी के मुताबिक विराग सागर जी मुनिराज की शिष्या विभूतिश्री माता जी ससंघ टीकमगढ़ से सतना होते हुए श्री सम्मेद शिखर जी की ओर विहाररत थी, तभी रीवां की मनगवां तहसील से 5 किमी. आगे टिकुरी37 में एक तेज रफ्तार बाइक सवार ने उन्हें प्रात: 06.00 बजे टक्कर मार दी। हादसे के बाद जैन परंपरा के अनुसार उन्होंने न तो किसी तरह की दवाई ली और न ही जल ग्रहण किया तथा बाइक सवार पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करने की इच्छा जताई। घटना की जानकारी मिलते ही रीवा-सतना सहित पूरे बुंदेलखंड जैन समुदाय के लोगों शोक की लहर दौड़ गई और भारी संख्या में श्रद्धालु अंतिम दर्शन करने पहुंच गये। आर्यिका माताजी की अंतिम इच्छा के मुताबिक बाइक सवार पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गयी और न ही पुलिस में किसी तरह का मामला दर्ज करवाया गया।