युगप्रधान दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरि जी जिनशासन के प्रथम दादा गुरुदेव है । दादा गुरुदेव अपने गुणो और अनगिनत चमत्कारों के कारण पूरे जैन समाज में पूजनीय बन गए क्योंकि गुरुदेव का पूरे जैन समाज और देश पर उपकार असीम है। इसलिए वे गच्छ, समाज और संप्रदाय की सीमाओं से निर्बध है । लाखों नूतन जैन बनाने वाले और जैन समाज के अनेक गोत्रो के रचयिता श्री दादा गुरुदेव के नाम में ही इतना तेज है कि नाम मात्र लेने से ही आधि-व्याधि सब दूर हो जाते हैं।
श्री गुरुदेव दयाल को, मन में ध्यान लगाए,
अष्टसिद्धि नवनिधि मिले, मनवांछित फल पाए ।
गुरु युवा जागृति परिषद् के तहत “एक शाम श्री दादा जिनदत्त सूरि गुरुदेव के नाम” भक्ति का आयोजन हर साल की भांति इस साल भी उदयरामसर दादावाड़ी मे दिनांक 13 सितंबर 2019 को सायं 8:00 बजे से रखा गया है। भक्ति संध्या में जैन रत्न “श्री मगन जी कोचर” कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और सुप्रसिद्ध भजन गायिका “उमा जी लहरी (जयपुर)”अपने भजनों की प्रस्तुति देगी। और कार्यक्रम का संचालन श्री जीतू कोचर करेंगे। सूर्यास्त पूर्व प्रसाद की व्यवस्था है। आपके अपने इस कार्यक्रम में पधार कर भक्ति का लाभ पाएं ।